पीलीभीत: शराब के लिए रुपये नहीं दिए तो दबंग ने छीना मोबाइल, अभद्रता कर धमकाया
पीलीभीत: शराब के लिए रुपये नहीं दिए तो दबंग ने छीना मोबाइल, अभद्रता कर धमकाया
अमृत विचार, पीलीभीत। गैरिज में कार खड़ी करने जा रहे स्वास्थ्यकर्मी के भाई को मोहल्ले के ही एक दबंग ने रोक लिया। पहले गाली गलौज करते हुए शराब के लिए रुपये मांगे। जब पीड़ित ने रुपये देने से इनकार किया तो दबंग हमलावर हो गया। हाथापाई करते हुए मोबाइल छीनकर धमकी देते हुए भाग गए। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने आरोपी के घर दबिश दी, लेकिन वह मिल नहीं सका। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अभी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है।
शहर के रहने वाले मयंक शर्मा ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। जिसमें बताया कि वह प्राइवेट जॉब करते हैं। उनकी कार घर के बाहर खड़ी हुई थी। मंगलवार रात करीब 10 बजे वह खाना खाकर बाहर निकले और कार को कुछ दूरी पर ही गैरिज में खड़ा करने जा रहे थे।
इस बीच मोहल्ले का एक दबंग आया और उन्हें रोक लिया। शराब के लिए 40 रुपये मांगे। जब रुपये देने से इनकार किया तो वह गाली गलौज पर उतारू हो गया। हमला करने लगा। पीड़ित ने पुलिस को कॉल करने के लिए अपना मोबाइल निकाला।
इसी बीच आरोपी ने मोबाइल (आईफोन) छीना और मारने की धमकी देकर लकड़ी मंडी की तरफ भाग गया। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने पीछा कर पकड़ने की कोशिश की, लेकिन आरोपी हत्थे नहीं चढ़ा। इसकी सूचना पीड़ित ने अपने भाई के मोबाइल से कोतवाल को दी।
कुछ ही देर में कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई और जानकारी की। आरोपी के घर भी पुलिस गई, लेकिन वह फरार था। जिसके बाद रात को ही मारपीट और लूट के आरोप लगते हुए कोतवाली में तहरीर दे दी गई। दूसरे दिन बुधवार सुबह दरोगा मोहम्मद सैफ पुलिस बल के साथ दोबारा आरोपी के घर पहुंचे, लेकिन वह फिर भी नहीं मिला।
परिजन ने यह कह दिया कि वह रात भर घर ही नहीं आया। उधर, मोहल्ले के लोगों का कहना है कि आरोपी इससे पहले भी झगड़ा आदि कर चुका है। एक व्यापारी की कार को भी ले जाकर कुछ माह पूर्व तोड़फोड़ कर दी थी। कोतवाल नरेश त्यागी ने बताया कि विवाद के बाद मोबाइल छीनकर ले जाने की तहरीर मिली है। मामले को गंभीरता से लेते हुए दिखवाया जा रहा है।