हरदोई: प्रिंसिपल की तानाशाही से खफा डाक्टरों ने की हड़ताल, कामकाज ठप
सिटी मजिस्ट्रेट ने की बात,हल निकालने की हुई कोशिश
हरदोई, अमृत विचार। मेडिकल कालेज की प्रिंसिपल की तानाशाही से खफा महिला अस्पताल के डाक्टरों ने काली पट्टी बांध कर प्रदर्शन करते हुए हड़ताल कर दी। इसका पता होते ही सिटी मजिस्ट्रेट सदानंद गुप्ता और सीओ सिटी विनोद कुमार द्विवेदी वहां पहुंचे। उन्होंने पहले तो प्रदर्शन कर रहे डाक्टरों से बात की और प्रिंसिपल से मिल कर मामले का हल निकालने की कोशिश की। गुरुवार को महिला अस्पताल में काफी गहमा-गहमी रही।
बताया गया है कि ज़िला महिला अस्पताल में तैनात डॉक्टरों और वहां के कर्मियों का कहना है कि मेडिकल कालेज की प्रिंसिपल डा.वाणी गुप्ता के ऊपर तानाशाही करने और बार-बार वेतन रोकने की धमकी देती रहती है।उनकी धमकीं के चलते सभी मानसिक तनाव में है। गुरुवार को खफा डाक्टरों और अस्पताल कर्मियों ने काली पट्टी बांध कर कामकाज ठप करते हुए प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन किया। सीएमएस डा.विनीता चतुर्वेदी का कहना है कि प्रिंसिपल का व्यवहार काफी खराब है। उन्होंने सभी को परेशान कर रखा है। वह बिना नोटिस के कहीं किसी को हटा देती हैं,तो किसी का वेतन रोक देती हैं। डा.चतुर्वेदी ने कहा कि प्रिंसिपल के इस रवैए से सभी मानसिक तनाव में है। डा.सुबोध का कहना है कि प्रिंसिपल लगातार प्रताड़ित कर रहीं हैं। जिसके चलते वे लोग ऐसा कदम उठाने के लिए मजबूर हुए। इसका पता होते ही सिटी मजिस्ट्रेट सदानंद गुप्ता और सीओ सिटी विनोद कुमार द्विवेदी महिला अस्पताल पहुंचें। वहां उन्होंने मामले को हल करने की कोशिश करते हुए प्रिंसिपल को तलब किया और उनसे व डाक्टरों से बात की। सिटी मजिस्ट्रेट ने मामले कहा कि दोनों के बीच कुछ खटास थी,जो दूर कर दी गई है। डाक्टरों के प्रदर्शन से गुरुवार को महिला अस्पताल में काफी गहमा-गहमी देखने को मिली।
जो मुंह में आता है,वही बोल देती हैं...
प्रिंसिपल से खफा ज़िला महिला अस्पताल के डाक्टरों ने डीएम से की शिकायत में कहा है कि प्रिंसिपल फोन पर या सामने आ कर जो भी मुंह में आता है, वहीं बोलने लगती है। किसके सामने क्या कह रही है, इससे उनको कोई भी सरोकार नहीं रहता। डा.चतुर्वेदी का कहना है कि प्रिंसिपल के इस तानाशाही रवैए से हर कोई हलकान है।
दूसरों के सामने करती है बेइज़्ज़ती
ज़िला महिला अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर रहे डाक्टरों का कहना है कि प्रिंसिपल जब भी हास्पिटल में विज़िट करने पहुंचती है,उनके साथ कुछ मीडिया के लोग ज़रूर होते हैं, मैडम उन्ही के सामने उनकी बेइज़्ज़ती कर बैठती हैं। कौन क्या है? उसकी क्या पोजीशन है, इससे उन्हें कोई मतलब नहीं होता।
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