Christmas Tree : क्यों लगाते हैं क्रिसमस ट्री, क्या हैं इसे लगाने के फायदे, जानिए रोचक बातें
नई दिल्ली। क्रिसमस के मौके पर लोग अपने घरों ऑफिस और दुकानों में भी क्रिसमस ट्री लगाते हैं। क्रिसमस ट्री लगाने के क्या हैं फायदे, कैसे शुरू हुई क्रिसमस पर क्रिसमस ट्री लगाने की परंपरा। जानें वास्तु विज्ञान के अनुसार घर में कैसे क्रिसमस ट्री लगाकर आप पा सकते हैं लाभ और उन्नति।
क्रिसमस वह त्योहार है जो घर में खुशियां लाता है और पूरे माहौल को पॉजिटिविटी से भर देता है। ऐसा ही होता है क्रिसमस। प्रभु ईसा मसीह के जन्मोत्सव के तौर पर मनाया जाने वाला यह त्योहार चारों ओर खुशियां बिखेर देता है। सिर्फ ईसाई ही नहीं बल्कि सभी धर्मों के लोग अब क्रिसमस मनाने लगे हैं। दीपावली की तरह क्रिसमस पर भी पूरे घर को सजाया जाता है। क्रिसमस ट्री लगाया जाता है और इस ट्री को भी विभिन्न तरीकों से सजाया जाता है। गुब्बारे लगाए जाते हैं और मोमबत्ती लगाई जाती हैं। इतना ही नहीं क्रिसमस ट्री की महत्व इतना खास माना गया है कि इसको लगाने से घर के 7 प्रकार के वास्तु दोष को दूर किया जा सकता है।
क्रिसमस ट्री को लगाने की शुरुआत सबसे पहले जर्मनी में हुई थी और 19वीं सदी में इग्लैंड पहुंची। उसके बाद यह रिवाज संपूर्ण विश्व में फैल गया और लगभग सभी देशों में क्रिसमस ट्री को लगाया जाने लगा। आज के युग में इस त्योहार पर घर-घर में क्रिसमस ट्री लगाया जाने लगा है।
क्रिसमस ट्री को घर में लगाने से सभी प्रकार की नेगेटिव एनर्जी दूर होती है और घर में आपके सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। क्रिससम ट्री की कहानी प्रभु यीशू के जन्म से जुड़ी है। माना जाता है कि इनके जन्म के वक्त पिता जोसेफ और मरियम को बधाई देने वालों में स्वर्ग के दूत भी शामिल थे। इन्हीं दूतों ने यीशू के जन्म की खुशी में फर के पेड़ को रोशन किया। तभी से इस पेड़ को क्रिसमस ट्री के रूप में पहचान मिल गई और इसे हर साल यीशू के जन्म पर सजाया जाने लगा।
माना जाता है कि क्रिसमस ट्री पर मोमबत्ती लगाने का चलन 17वीं शताब्दी से शुरू हुआ। प्राचीन काल में क्रिसमस ट्री को निरंतरता प्रतीक माना जाता है। इसे सजाने से घर में बच्चों की आयु लंबी होती है और वह सदैव खुश रहते हैं। क्रिसमस ट्री पर मोमबत्तियां लगाने से घर में रौनक के साथ बरकत भी बढ़ती है।
कुछ लोग अपने घर में असली वाला क्रिसमस ट्री हमेसा लगाकर रखते हैं। साल भर इस पौधे को सींचकर बड़ा करते हैं और फिर क्रिसमस के दिन रंग बिरंगी सजावटी वस्तुओं से सजाते हैं। माना जाता है कि अगर आप भी अपने घर में क्रिसमस ट्री को रखते हैं तो ऐसा करने से घर के लोगों के व्यवहार में सकारात्मक ऊर्जा काफी बढ़ जाती है। लोगों के बीच में आपस में प्रेम बढ़ता है और लोग एक-दूसरे का सम्मान भी करते हैं। इससे घर में खुशियां और तरक्की आती है।
वास्तु में पूजापाठ और शुभ कार्यों के लिए उत्तर दिशा को सबसे उपयुक्त माना जाता है। क्रिसमस ट्री को आप अपने घर के उत्तरी हिस्से में लगाएं। अगर किसी वजह से आपके घर में इस दिशा में जगह नहीं है तो आप इसे उत्तर-पूर्व दिशा में रख सकते हैं और वहां भी जगह न हो तो आप इसे उत्तर-पश्चिम में लगा सकते हैं।
अगर आप क्रिसमस ट्री बाजार से खरीदकर लाने के बारे में सोच रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि इसका आकार तिकोना होना चाहिए। वास्तु में तिकोने आकार को अग्नि का प्रतीक माना जाता है। अग्नि को जीवन के पांच तत्वों में से एक माना जाता है। इसलिए अपने घर में आप तिकोना आकार लिए क्रिसमस ट्री ही लगाएं।
क्रिससम ट्री को घर में लगाने से एक विशेष प्रकार की पॉजिटिव वाइब्स उत्पन्न होती हैं जो कि काफी हद तक तनाव को दूर करने में सहायक मानी जाती हैं। क्रिसमस पर लगने वाले सितारे प्रकाश के प्रतीक माने जाते हैं जो कि आपके जीवन से अंधेरे को दूर करते हैं।
क्रिसमस ट्री को सजाने में लोग छोटे-छोटे सेंटा क्लॉज उस पर लगाते हैं। ये छोटे-छोटे सेंटा क्लॉज हमें इस बात का संदेश देते हैं कि हमें अपने जीवन में मिलने वाली छोटी-छोटी खुशियों से भी खुश होना चाहिए। वहीं ट्री पर सजे रंग-बिरंगे छोटे-छोटे गिफ्ट के बॉक्स घर को खुशियों से भर देते हैं और सकारात्मक ऊर्जा को पाने का संकेत देते हैं।
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