लखनऊ: 1395 अध्यापकों और प्रवक्ताओं को मिला नियुक्ति पत्र
अमृत विचार, लखनऊ। कोई भी शिक्षक या प्रवक्ता नियुक्ति पत्र पाने के बाद अपने कार्य को ईमानदारी से करें ना कि सम्मान के पीछे भागना शुरू कर दें। शिक्षक का कार्य उसे सम्मान की ओर ले जाएगा, शिक्षक की कार्यक्षमता ही उसे सम्मान दिला सकती है। बेवजह का सम्मान हंसी का पात्र बन सकता है। यह बात आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन में नवनियुक्त शिक्षकों और प्रवक्ताओं को नियुक्ति पत्र देते समय कही।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को 1395 सहायक अध्यापकों और प्रवक्ताओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने संबोधित करते हुए कहा हर एक शिक्षक को अपने कर्तव्य को समझना होगा, और आने वाले दिनों में भारत शिक्षा का सबसे बड़ा केंद्र बनेगा, इसके लिए अभी से शिक्षकों को तैयार रहना होगा।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा आज युवा सर्टिफिकेट और डिग्री पाकर कैरियर को लेकर भटका हुआ है, इस पर शिक्षकों को चिंतन करना होगा कि ऐसा क्यों होता है, युवाओं को शिक्षा के साथ रोजगार मिले यह भी शिक्षक की जिम्मेदारी है। शिक्षकों को इस पर विशेष तौर पर फोकस करना होगा। मुख्यमंत्री योगी ने यह भी कहा शिक्षकों को यह भी प्रयास करना चाहिए कि शिक्षण संस्थानों से उद्योग जगत भी जुड़े जिससे युवाओं को रोजगार पाने में आसानी हो।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा हमारा प्रयास है देश को बदलने में शिक्षा का अहम योगदान है को ध्यान में रखते हुए शिक्षण संस्थानों में योग्य शिक्षक ही पहुंचे ताकि शिक्षा की गुणवत्ता बरकरार रहे। मुख्यमंत्री ने कहा अभी तक जो भी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया अपनाई गई है उसमें जो पारदर्शिता है, ऐसी पारदर्शिता पूर्व सरकारों में देखने को नहीं मिली है। नियुक्ति पत्र वितरण करते समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी सभी अधिकारी मौजूद है।
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