अयोध्या: बेसिक शिक्षा में कैशलेस स्वास्थ्य बीमा योजना का तीखा विरोध

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Published By Jagat Mishra
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शिक्षा मित्र बोले -10 हजार में पेट नहीं भरता या प्रीमियम कहां से देंगे  

अमृत विचार, अयोध्या। प्रदेश सरकार द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग में लागू की गई कैशलेस स्वास्थ्य बीमा योजना को लेकर यहां कड़ा विरोध है। शिक्षक, शिक्षा मित्र और अनुदेशक इस योजना को महज छलावा मान रहे हैं। शिक्षक संगठनों का कहना है कि नाम कैशलेस है और भरना है सालाना प्रीमियम। संगठनों का कहना है कि सरकार बीमा कंपनियों के एजेंट के रूप में काम कर रही है। जिले में करीब 7000 शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक तैनात हैं लेकिन अभी किसी ने भी योजना के तहत जारी की गई वेबसाइट पर आवेदन नहीं किया है।

हास्यास्पद यह है योजना में शिक्षामित्रों को शामिल किया गया है जिन्हें साल में मात्र 11 महीने दस हजार महीने का मानदेय मिलता है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि एक लाख 10 हजार वार्षिक आय वाले शिक्षामित्र सालाना 75 हजार का प्रीमियम कैसे भर सकते हैं। यह धनराशि पति, माता-पिता व दो बच्चों के लिए 10 लाख की कवर पालिसी पर बनती है।

उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष दुर्गेश मिश्र योजना को हास्यास्पद और अव्यवहारिक बताते हैं। उनका कहना है कि शिक्षामित्रों का मानदेय वर्ष में केवल 11 माह मिलता है और वह भी 10 हजार रुपये प्रतिमाह। इस हिसाब से वह इतनी तगड़ी प्रीमियम कैसे जमा करेगा। सरकार शिक्षामित्रों का मानदेय कम से कम 40 हजार रुपये प्रति माह कर दे तो न्यूनतम किस्त जमा करने के बारे में विचार कर सकता है। उन्होंने कहा कि सामान्य रूप से शिक्षामित्रों ने व्यक्तिगत पालिसी ले रखी है।

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उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष नीलमणि त्रिपाठी कहते हैं कि जिले में अभी किसी भी शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशक ने इसका आवेदन नहीं किया है। सरकार बीमा कंपनियों के एजेंट के रूप में काम कर रही है। शिक्षकों के लिए योजना मात्र छलावा है। जब प्रीमियम का भुगतान करना है तो योजना कैशलेस कैसे है। उन्होंने कहा कि अन्य सरकारी कर्मचारियों की तरह इसका लाभ दिया जाए।इसका विरोध किया जा रहा है। 

यह है योजना 
करीब 76 हजार प्रीमियम पर 10 लाख रुपए तक का इलाज मिलेगा। योजना के तहत तीन, पांच, सात और दस लाख तक कैशलेस चिकित्सा का लाभ पति-पत्नी, दो बच्चे और आश्रित माता-पिता को मिलेगा। तीन लाख तक की सुविधा के लिए पति-पति को 18500 सालाना, पति-पति और दो बच्चे के लिए 21000 जबकि पति-पत्नी, दो बच्चे और आश्रित माता-पिता के लिए 45000 प्रीमियम देना होगा। दस लाख की कैशलेस चिकित्सा के लिए 34000, 39200 और 76000 प्रीमियम रखा गया है। न्यू इंडिया, यूनाईटेड इंडिया और द ओरियेन्टल इंश्योरेंस कंपनियों को बीमा के लिए अधिकृत किया गया है।

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