तवांग की घटना पर आया भारतीय सेना का पहला रिएक्शन, जानिए पूर्वी सेना कमान प्रमुख ने क्या कहा
कोलकाता। पूर्वी सेना कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने विजय दिवस के अवसर पर विजय स्मारक पर श्रद्धांजलि दी। लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता (GOC-in-C, पूर्वी कमान) ने कहा कि सैन्य पुरुषों के रूप में हम हमेशा अपने देश की रक्षा के लिए तैयार हैं। शांति हो या संघर्ष, प्राथमिक कार्य बाहरी या आंतरिक खतरे के खिलाफ देश की क्षेत्रीय अखंडता को सुनिश्चित करना है। हम सभी परिस्थितियों और आकस्मिकताओं के लिए तैयार हैं।
ये भी पढ़ें- 1971 का युद्ध अमानवीयता पर मानवता की जीत था : राजनाथ सिंह
तवांग में चीनी सेना (पीएलए) के साथ हुई झड़प पर पहली बार सेना की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने आई है। तवांग (अरुणाचल प्रदेश) में भारत-चीन सैनिकों के बीच झड़प पर पूर्वी सेना कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने कहा कि PLA (People's Liberation Army) ने LAC (Line of Actual Control) को पार किया, विरोध में दोनों तरफ के सैनिकों को चोटें आईं। इसका स्थानीय स्तर पर समाधान हुआ। इसे लेकर बुमला में एक फ्लैग भी मीटिंग हुई, हम स्थिति पर नियंत्रण में हैं।
बता दें कि 9 दिसंबर को तवांग के यांग्त्से क्षेत्र में चीनी सैनिकों की ओर से एलएसी पर अतिक्रमण कर यथास्थिति को एकतरफा बदलने की कोशिश की गई। इस बीच भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों का डटकर मुकाबला किया और उन्हें अपनी पोस्ट पर जाने के लिए मजबूर कर दिया। दोनों सेनाओं के बीच हुई झड़प में दोनों देशों के सैनिक घायल हुए हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन को यह बताया था कि झड़प में किसी सैनिक को गंभीर चोट नहीं आई है। कुछ सैनिक मामूली रूप से घायल हुए हैं जिनका इलाज चल रहा है।
ये भी पढ़ें- हिंदुस्तान का अनूठा घर : किचन महाराष्ट्र में...कमरे तेलांगना में, दो राज्यों का मिलता है लाभ