अयोध्या : गुटखा-पान मसाला और सर्राफा कारोबारियों ने गिराए शटर

एसजीएसटी टीम के ताबड़तोड़ सर्वे से बढ़ी बाजार में दहशत, सर्राफा कारोबारियों पर केंद्रित रहा अभियान

अयोध्या : गुटखा-पान मसाला और सर्राफा कारोबारियों ने गिराए शटर

अमृत विचार, अयोध्या। कर चोरी और व्यापार में अनियमितता को लेकर प्रदेश सरकार के निर्देश पर चलाए जा रहे सर्वे अभियान से बाजारों में दहशत बढ़ गई है। एसजीएसटी टीम के ताबड़तोड़ सर्वे के चलते शहर की पान मसाला व गुटखा तथा सर्राफा कारोबारियों के शटर गिर गए। टीम का सर्वे सर्राफा पर केंद्रित रहा। बाजार में लोग अपनी दुकानों पर बस इसी अभियान और सर्वे की चर्चा करते दिखे। देहात क्षेत्रों में भी एसजीएसटी टीम के आगमन की चर्चा मात्र से शटर उठ और गिर रहे हैं।

शासन के निर्देश पर पूरे प्रदेश में व्यापार कर चोरी पर लगाम के लिए अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत मंडल मुख्यालय स्थित प्रदेश वस्तु एवं सेवा कर कार्यालय के अधीन कुल 19 टीमों को सर्वे के लिए लगाया गया ह, जिसमें 13 देवीपाटन मंडल और 6 अयोध्या मंडल में सर्वे में जुटी हैं। इनमें से दो टीमों के जिम्मे जिले में अभियान की कमान है। शनिवार को एसजीएसटी की टीम सर्वे के लिए चौक से गुदड़ी बाजार की ओर जाने वाले मार्ग के बगल स्थित सपा नेता के प्रतिष्ठान मोबीन राईन समेत आस-पास के तीन सर्राफा प्रतिष्ठानों पर सर्वे की कार्रवाई की।

सर्वे की कार्रवाई को लेकर हाल यह हुआ कि चर्चित समोसा गली से लेकर लायड गेट के आस-पास स्थित सर्राफा दुकानों के शटर गिर गए। दुकानदार अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद कर एकत्र हो सर्वे अभियान को लेकर चर्चा में मशगूल दिखे। देहात क्षेत्र में कुमारगंज में भी सर्वे की दहशत के चलते घंटों सर्राफा की कई दुकानों के शटर गिरे रहे। अभियान और कार्रवाई के बाबत एसजीएसटी के अधिकारियों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। अधिकारियों ने फोन उठाना ही बंद कर दिया है।

प्रभावित हो रही पान-मसाले व अन्य की आपूर्ति

- शहर के दालमंडी फतेहगंज स्थित पान-मसाला और सुपारी के थोक कारोबार से जुड़े दो प्रतिष्ठानों पर अभियान के तहत सर्वे के बाद थोक कारोबारियों में दहशत है। इसी दहशत के चलते चौक घंटाघर व सब्जी मंडी से लेकर अन्य क्षेत्रों में अपने प्रतिष्ठान बंद कर रखे हैं।

इससे खुदरा व्यापारियों तथा गुमटी-ठेला वालों को पान-मसाला गुटखा तथा अन्य सामग्री नहीं मिल पा रही है। खास-खास फुटकर कारोबारियों को थोक प्रतिष्ठानों से चोरी-छिपे आपूर्ति तो मिल जा रही है लेकिन आम दुकानदारों को कोई आपूर्ति देने को तैयार नहीं है। इसका असर शहर से देहात तक साफ-साफ दिखने लगा है।

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