हरदोई : सैन्यकर्मी ने पुलिस के सिर फोड़ा फर्ज़ी मुठभेड़ का ठीकरा
डीएम और एसपी से शिकायत करते हुए उठाई न्यायिक जांच की मांग
अमृत विचार, हरदोई। युवती को अगवा कर उसके साथ दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या के मामले में मझिला पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में जिस युवक के गोली के गोली लगी थी उसी के सदमे में उसके बुज़ुर्ग बाप की मौत हो गई थी। इस मामले को लेकर सेना में शामिल उसी युवक के भाइयों ने राजनीतिक दखलंदाज़ी के चलते उसे फर्ज़ी मुठभेड़ बताते हुए डीएम और एसपी से मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।
गौरतलब है कि 22 नवम्बर को मझिला थानाक्षेत्र अन्तर्गत एक युवती संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी। युवती की मां ने पेंगू सराय निवासी प्रदीप खिलाफ अपनी अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। प्रदीप को हिरासत में लेने के बाद गांव के इरफान का नाम उजागर हुआ। बीते तीन दिसंबर की शाम को प्रदीप और इरफान की निशानदेही पर पुलिस ने गन्ने के खेत की खोदाई की।
इसी बीच इरफान पुलिसकर्मी के हाथ से रायफल छीन कर भागने लगा, तो उसे गिरफ्तार करने के लिए दोनों के बीच मुठभेड़ हो गई। जिसमें इरफान के पैर में गोली लगी। हालांकि, इरफान की बहन चांदनी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ, जिसमें वह कह रही है कि भाई के गोली लगने की खबर सुनते ही उसके बुज़ुर्ग बाप की सदमे में मौत हो गई।
जबकि इरफान के दो भाई सैन्यकर्मी है। एक भाई की तैनाती राजस्थान के बाड़मेर और दूसरा कश्मीर के लेह में तैनात हैं। शुक्रवार को इरफान के दोनों भाई,बहन चांदनी और उसके घर वाले अपनी शिकायत लेकर यहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि उनके भाई इरफान को पुलिस ने फर्जी तरीके से पकड़कर मुठभेड़ में गोली मार दी।
जिसकी खबर सुनकर उसके पिता फारुख की मौत हो गई है। सेना में तैनात उसके भाइयों का कहना है कि पुलिस ने साज़िश के तहत उसके भाई को फर्ज़ी तरीके से फंसाया है। उसकी बहन चांदनी ने बताया कि उसका भाई निर्दोष है। उसे फर्ज़ी तरीके से फंसाया जा रहा है।
बहन बोली, तो पुलिस ही होगी ज़िम्मेदार
इरफान की बहन चांदनी का कहना है कि भाई की मुठभेड़ में गोली लगने,उसके के सदमे में बाप की मौत होने के बाद से उसकी मां भी गहरे सदमे में हैं। वह भी हार्ड पेशेंट है।उसका कहना है कि अब अगर उसकी मां को कुछ भी हुआ,तो उसकी भी ज़िम्मेदार पुलिस ही होगी।
यह भी पढ़ें:-गोरखपुर : सीएम बोले, सामर्थ्य अनुसार जरूरतमंदों की सेवा से जुड़े समाज