टीटीजेड प्राधिकरण की रिपोर्ट में खुलासा : कचरा जलाने में मथुरा अव्वल, आगरा में तीन पर मुकदमा दर्ज

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Published By Vinay Shukla
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अमृत विचार, आगरा। पर्यावरण यूं ही प्रदूषित नहीं होता। जब कूड़े-कचरे को आग लगाकर निस्तारित किया जा रहा हो। पर्यावरण को प्रदूषित करने के लिए लोग अपनी हरकत से बाज नहीं आते। टीटीजेड यानि ताज ट्रेपेजियम जोन की रिपोर्ट में अप्रैल से नवम्बर तक कूड़ा जलाने के 32 मामले सामने आए हैं। हालांकि इस रिपोर्ट में मथुरा पहले पायदान पर है। यहां 17 स्थानों का चालान किया गया। जबकि ताजनगरी यानि आगरा में तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं भरतपुर और एटा के जलेसर में कार्रवाई शून्य है, तो हाथरस जिले से रिपोर्ट नहीं भेजी है।

गौरतलब है कि ताजमहज को वायु प्रदूषण से बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार टीटीजेड प्राधिकरण का गठन किया गया था। इस प्राधिकरण की जिम्मदोरी मंडलायुक्त को सौंपी गई है। बता दें कि ताजमहल से 60 किमी परिधि में वायु प्रदूषण पर अंकुश के लिए कई प्रतिबंध है। बावजूद इसके कूड़ा जलाया जा रहा है। जबकि आगरा समेत मथुरा, फिरोजाबाद, एटा, जलेसर, हाथरस और भरतपुर ने भी कूड़ा जलाने के मामलों की रिपोर्ट टीटीजेड को प्रेषित की है।   

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