मुरादाबाद : सपनों के प्रदेश निर्माण में प्रबुद्धजनों से आगे आने का आह्वान
भाजपा के पक्ष में बने माहौल को सीएम ने जोशपूर्ण भाषण से दी ऊंचाई, बोले-गुंडे, माफिया के लिए जगह नहीं
विनोद श्रीवास्तव, अमृत विचार। वक्त की नजाकत को भांप मुख्यमंत्री ने प्रबुद्धजनों के सम्मेलन में अपने सपनों के प्रदेश निर्माण की जिम्मेदारी उनके कंधे पर डाल दी। भाजपा और अपनी सरकार के पक्ष में बने माहौल को मुख्यमंत्री ने अपने ओजपूर्ण भाषण से ऊंचाई दी।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली रोड स्थित बुद्धि विहार के मैदान में प्रबुद्ध जन सम्मेलन के मुख्य अतिथि थे। उनके आने से पहले मंच से वक्ताओं ने देखो-देखा कौन आया, शेर आया, शेर आया के नारे देकर ऊर्जा का संचार किया। मंच पर चढ़ते ही योगी के आभामंडल का रंग पूरे पंडाल में चढ़ गया। उनके ओजस्वी भाषण की शुरुआत से सभी उनकी राजनीतिक दक्षता के कायल हो गए।
मुख्यमंत्री ने प्रबुद्धजनों की नब्ज पकड़ते हुए कहा कि इस प्रदेश में अब गुंडे माफिया की कोई जगह नहीं है, केवल विकास को प्राथमिकता है। हर प्रबुद्ध नागरिक की चाह बेहतर शिक्षा, चिकित्सा, विकास की ऊंचाई पर चढ़कर शांतिपूर्ण जिंदगी की होती है। भाजपा सरकार इसका पूरा अवसर दे रही है। अब प्रबुद्धजनों की भी जिम्मेदारी है कि वह स्वस्थ और सम्मानित समाज के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं। जिससे मेरे और आपके सपनों का प्रदेश निखर सके। इस शब्द ने प्रबुद्धजनों पर जादू किया। मंच और भीड़ से योगी-योगी और जय श्रीराम, भारत माता के जयकारे गूंजने लगे।
मुख्यमंत्री ने पीतल नगरी के लोगों को वैश्विक पटल पर स्थापित होने को क्षमतावान बताकर कहा कि पूर्ववर्ती सपा सरकार ने केवल वोट बैंक के लिए यहां के उद्योगों और उद्यमियों का उपयोग किया। हम आपके सपनों को साकार कर देश को विश्व गुरु बनाने में भूमिका निभाने की जिम्मेदारी दे रहे हैं।
अंजान ने बताया ठोंकू सरकार तो गीता ने कहा हाकिम और हुजूर एक
मुख्यमंत्री के आने से पहले स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने प्रबुद्धजनों को संबोधित कर सरकार और मुख्यमंत्री के कार्यों को सराहा। विधान परिषद सदस्य गोपाल अंजान ने कहा कि प्रदेश सरकार अपराध और अपराधियों से समझौता करने की जगह ठोंकने और उन्हें जेल भेजने का काम कर रही है। वहीं विधान परिषद सदस्य जयपाल सिंह व्यस्त ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नीतियों की सराहना कर कहा कि वह सर्वोदय, अन्त्योदय के नारे से अब देश को राष्ट्रोदय की ओर ले जा रहे हैं। साध्वी गीता प्रधान ने यह कहकर मुख्यमंत्री और भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाईं कि इस सरकार में हाकिम और हुजूर एक हैं।
मंच पर कई मुद्रा में दिखे योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंच पर कभी गंभीर श्रोता तो कभी कुशल प्रशासक की तरह दिए गए मांग पत्र को पढ़ते दिखे। एक मुद्रा में उनके चेहरे पर थोड़ी थकान दिखी तो संबोधन में जुबां के साथ चेहरे पर भी ओज और जोश रहा।
भीड़ जुटाने में भाजपाई पड़े कमजोर, शिक्षकों ने संभाला मोर्चा
प्रबुद्धजन सम्मेलन में भीड़ जुटाने में भारतीय जनता पार्टी के रणनीतिकारों के पसीने छूट गए। कई दिनों से 20,000 प्रबुद्धजनों की भीड़ जुटाने का दावा करने वालों को जब अपने दम का एहसास हो गया तो जिम्मेदारी अधिकारियों के कंधे पर डाल दी गई। फिर क्या था जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रबुद्धजन सम्मेलन में शिक्षक-शिक्षिकाओं को शामिल होने का फरमान जारी किया। फिर क्या था सम्मेलन में समय से पहुंच शिक्षकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। हालांकि स्कूलों में उनके न रहने से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई जरूर प्रभावित हुई। कुर्सियां भरकर शिक्षक-शिक्षिकाओं ने लाज बचाई। कई शिक्षकों ने यहां तक कहा कि कुर्सियां भरवाने के लिए नेताओं-अधिकारियों को शिक्षक ही याद आए। इसके पहले उन्हें महत्वपूर्ण नहीं समझा जाता था।
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