अयोध्या : व्यापारियों ने कहा-रामपथ की कार्ययोजना सार्वजनिक करे प्रशासन

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Published By Vinay Shukla
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एडीए उपाध्यक्ष को संबोधित ज्ञापन देकर की सर्किल रेट के तीन गुना मुआवजा देने की मांग

बची अवशेष भूमि पर दोबारा दुकानों का पुर्ननिर्माण करने की मिले अनुमति

अमृत विचार, अयोध्या। अयोध्या धाम के व्यापारियों ने अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को ज्ञापन देकर रामपथ चौड़ीकरण योजना को सार्वजनिक किये जाने की मांग की है। व्यापारियों ने कहा कि वह लोग रामपथ चौड़ीकरण के खिलाफ नहीं हैं।

एडीए के एक अधिकारी को दिये गये ज्ञापन में कहा गया है कि जबरन तय सीमा से ज्यादा मकान मालिकों से मिलकर दुकानों को जेसीबी से ढहाये जाने के कारण व्यापारियों में भय एवं प्रशासन के विरुद्ध आक्रोश व्याप्त है। व्यापारियों ने रामपथ की सम्पूर्ण कार्ययोजना को सार्वजनिक करने के साथ बची अवशेष भूमि पर दोबारा दुकानों का पुर्ननिर्माण की अनुमति जिला प्रशासन की ओर से  भू-स्वामियों को दिलाये जाने की मांग की है।

यह भी कहा गया कि जिन व्यापारियों की दुकानें पूर्णरूप से समाप्त हो रही हैं उन्हें ऐलाटमेंट लेटर व पर्याप्त मुआवजा दिया जाना न्यायोचित होगा। रामपथ पर दुकानदार चूंकि ज्यादातर किरायेदार के रूप में कई पीढ़ियों से रहकर अपना व अपने परिवार का भरण-पोषण करते आ रहे हैं।

उनकी न्यूनतम् व्यापारिक पुर्नवास / सहायता धनराशि को 5 लाख से बढ़ाकर 20 लाख तक एवं भवन के सर्किल रेट को तीन गुना करके दिया जाना ही न्यायोचित होगा। विस्थापित दुकानों के ऊपर निवास करने वाले निवासियों के लिए भी उचित मुआवजे की व्यवस्था की जानी चाहिए। ज्ञापन देने वालों में पंकज गुप्त, अश्विनी गुप्त, विनोद श्रीवास्तव, बालकृष्ण वैश्य, शौमिल गुप्त, नन्दलाल, श्याम सुंदर, नन्हू गुप्त, अचल गुप्त समेत अन्य मौजूद रहे।

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