बरेली: रोडवेज की नजर में रूट छोटा, मगर यात्रियों की मुश्किलें बड़ी

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Published By Vishal Singh
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पीलीभीत, पलिया, खीरी और अन्य रूट के यात्री होते हैं परेशान

बरेली, अमृत विचार। छोटे रूटों पर रात में रोडवेज की बसें नहीं मिलती हैं। ऐसे में यात्रियों को मजबूरी में डग्गामार वाहनों का सहारा लेना पड़ता है। जान जोखिम में डालनी पड़ती है। इसके पीछे रात में छोटे रूटों पर सवारी कम होना बताया जा रहा है।

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रुहेलखंड डिपो से संचालित होने वाले सेटेलाइट बस अड्डा रात में बे-बस हो जाता है। छोटे रूटों पर बसों का टोटा हो जाने से यात्री परेशान होते हैं। अधिकारियों के अनुसार सेटेलाइट बस अड्डे से शाम को 7 बजे के बाद बीसलपुर के लिए बस नहीं है। इसके बाद अगर किसी यात्री को बीसलपुर या पीलीभीत जाना है तो उसे दिल्ली या अन्य रूटों से आने वाली दूसरी बसों का इंतजार करना पड़ेगा। रात में बसों का संचालन छोटे रूटों के लिए बंद रहता है। सुबह 5 बजे फिर से छोटे रूटों के लिए बसों का संचालन शुरू करा दिया जाता है।

पलिया के लिए रात में चलेगी बस
सेटेलाइट बस अड्डे से अब जल्द ही पलिया जाने के लिए रात में निरंतर बस सेवा को शुरू किया जाएगा
, ताकि यात्रियों को रात में दिक्कत न हो। यहां रात में 12 बजे तक बसें मिलती हैं।

काशीपुर, हल्द्वानी रूट की बसें नहीं होने से यात्री परेशान
पुराने रोडवेज बस अड्डे पर सोमवार को दोपहर में बसों की कमी होने से यात्री परेशान होते रहे। दोपहर
12 बजे के समय रुद्रपुर, काशीपुर व हल्द्वानी रूट की बसें न होने के कारण दिक्कत हुई। करीब दो से 3 घंटे इंतजार के बाद यात्रियों ने इसकी शिकायत कर्मियों से की। इसके बाद बस लगवाकर उन्हें भेजा गया।

सेटेलाइट बस अड्डे से बीसलपुर के लिए शाम 7 बजे तक बस उपलब्ध है। उसके बाद यात्रियों की संख्या कम होने पर बसों का संचालन बंद कर दिया जाता है। अगर कुछ यात्री होते हैं तो वे दूसरी जगह से आने वाली पीलीभीत की बसों पर बीसलपुर के लिए बैठ जाते हैं-राजेश कुमार, एआरएम।

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