देहरादून: अब ऑनलाइन आवेदन करने पर युवाओं को मिलेगी संविदा नौकरी

देहरादून: अब ऑनलाइन आवेदन करने पर युवाओं को मिलेगी संविदा नौकरी

देहरादून, अमृत विचार। सरकारी विभागों में संविदा पर नौकरी कर ख्वाब देखने वाले युवाओं के लिए अच्छी खबर है। अब ऐसे लोगों को दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। वे सेवायोजन आउटसोर्सिंग एजेंसी की वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं। रिक्त पदों की सूचना जारी होते ही जरूरी औपचारिकताओं के बाद अभ्यर्थियों को नियुक्तिपत्र जारी कर दिया जाएगा। यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन ही होगी।

उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लिमिटेड (उपनल) और प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) के जरिए सरकारी विभागों में संविदा पर भर्तियां की जाती हैं। विभाग अपनी जरूरत के हिसाब से दोनों एजेंसियों को पत्र भेजते हैं। दोनों एजेंसियां युवाओं का चयन कर उनके नाम का पत्र संबंधित विभाग को भेज देती हैं। इस प्रक्रिया में बेरोजगारों को विभागों, उपनल और पीआरडी के दफ्तरों के बीच चक्कर काटने पड़ते हैं।

लेकिन अब सेवायोजन की वेबसाइट पर बेरोजगारों को पंजीकरण करना होगा। उन्हें शैक्षिक योग्यता, पते आदि की जानकारी देने के साथ संबंधित दस्तावेज भी अपलोड करने होंगे। यह पूरा डाटा सेवायोजन आउटसोर्सिंग एजेंसी के पास सुरक्षित रहेगा। इसके बाद कोई भी विभाग जब सेवायोजन को रिक्त पदों की संख्या भेजेगा तो उस शैक्षिक योग्यता वाले लोगों के नामों की लिस्ट तैयार हो जाएगी। यह सूची विभाग को जाएगी और चयन की प्रक्रिया शुरू होगी। पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी।

कौशल विकास एवं सेवायोजन के सचिव विजय यादव ने बताया कि सेवायोजन आउटसोर्सिंग एजेंसी के लिए एनआईसी की मदद से वेबसाइट तैयार की जा रही है। इसमें नौकरी देने की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। जल्द ही इसे शुरू किया जाएगा।

ताजा समाचार

मलिहाबाद महिला हत्याकांड : भाई से फोन पर बात कर चिल्लाती रही महिला, सूचना के बाद भी पुलिस ने नहीं दिखायी सक्रियता
लखनऊ: दो दोस्तों की गला रेतकर हत्या, हत्यारों ने सड़क किनारे फेंका शव, डबल मर्डर से गांव में दहशत
मुरादाबाद : 50 बाइक सवारों के लाइसेंस व वाहनों के पंजीकरण हुए निलंबित
मुरादाबाद : 58 लाख के बकाये में सीएल गुप्ता वर्ल्ड स्कूल व निर्यात फर्म के बैंक खाते फ्रीज
कासगंज : पटियाली के हथौड़ा खेड़ा में मकान के विवाद को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट
मलिहाबाद महिला हत्याकांड : मुख्य आरोपी पुलिस एनकांउटर में ढ़ेर, एक लाख रुपये का था इनामिया हिस्ट्रीशीटर