बरेली: सरकारी सिस्टम से दंपति परेशान, बेटे से मिलने को तड़प रहे
बरेली, अमृत विचार। सरकारी नियम के आगे दंपति अपने मासूम बेटे से मिलने को तड़प रहे हैं। लेकिन अधिकारी हर बार नया आदेश देकर उन्हें टरका देते हैं। कई बार जिले के अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी उनकी मदद नहीं की जा रही है। सुभाषनगर की रहने वाली सबीना को चार साल पहले …
बरेली, अमृत विचार। सरकारी नियम के आगे दंपति अपने मासूम बेटे से मिलने को तड़प रहे हैं। लेकिन अधिकारी हर बार नया आदेश देकर उन्हें टरका देते हैं। कई बार जिले के अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी उनकी मदद नहीं की जा रही है।
सुभाषनगर की रहने वाली सबीना को चार साल पहले उसके पति कल्लू ने उसे छोड़ दिया था। उसके बाद उसने शहर के ही रहने वाले अय्यूब से दूसरा निकाह कर लिया। उसके बाद वह लखनऊ के ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के सीतापुर रोड वालागंज के पास किराए पर रहने लगी। सबीना ने बताया कि उसका पहला पति लगभग डेढ़ साल पहले उसके डेढ़ साल के बेटे इब्राहिम को उठाकर ले गया। बच्चे को ले जाते हुए उसकी बहन नाजिया ने उसे देख लिया। उसके बाद वह काफी दिनों तक अपने बेटे की तलाश करते रही। लेकिन उसका पता नहीं लगा।
आठ माह पहले उन्हें किसी ने सूचना दी कि उनका बेटा बरेली के वार्न बेबी फोल्ड में है। उसके बाद वह अभी पिछले सप्ताह जब वार्न बेबी फोल्ड में बच्चे को लेने आई तो कर्मचारियों ने उन्हें आठ दिन बाद आने को कहा था। अब रविवार को दंपति बच्चे को आजाद कराने के लिए सारे कागज पूरे करके लाए थे। लेकिन अब दंपत्ति ने बताया कि वहां मौजूद कर्मचारी लखनऊ से दो गवाह लाने के बाद ही बच्चे को छोड़ने की बात कह रही है। रविवार को सबीना अपने बच्चों और पति के साथ भूखे ही शहर में अधिकारियों के चक्कर काटती रही।
