बरेली: बाल दिवस पर नन्हें-मुन्ने बच्चों के साथ मां, शिक्षक और अभिभावक बनीं कमिश्नर संयुक्ता समद्दार
बच्चों को खेल कराए, मिठाई खाई, पाठ्यक्रम पर बातें कीं और दी जीवन में आगे बढ़ने की सीख
बरेली मंडलायुक्त संयुक्ता समद्दार ( Sanyukta Samaddar) ने बाल दिवस (14 नवंबर) के अवसर पर बच्चों से संवाद किया।
बरेली, अमृत विचार। बरेली मंडलायुक्त संयुक्ता समद्दार ( Sanyukta Samaddar) ने बाल दिवस (14 नवंबर) के अवसर पर बच्चों से संवाद किया। मंडलायुक्त संयुक्ता समद्दार ने सोमवार को बाल दिवस के अवसर पर प्राथमिक विद्यालय भरतौल और उच्च प्राथमिक विद्यालय फरीदापुर इनायतपुर का निरीक्षण किया।
मंडलायुक्त @SanyuktaSam1 ने प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के साथ संवाद किया। pic.twitter.com/aLPrcpxdnf
— Commissioner, Bareilly Division (@CommissionerBa1) November 14, 2022
मंडलायुक्त @SanyuktaSam1 ने बाल दिवस के अवसर पर जनपद बरेली के प्राथमिक विद्यालय, भरतौल और उच्च प्राथमिक विद्यालय, फरीदापुर इनायतपुर का निरीक्षण किया।
— Commissioner, Bareilly Division (@CommissionerBa1) November 14, 2022
साथ ही मंडलायुक्त ने बच्चों के साथ बाल दिवस मनाया। अभिभावक की तरह नन्हे बच्चों से पढ़ाई, पाठ्यक्रम, खेलकूद आदि पर बातचीत की। pic.twitter.com/HEE7c79aGg
साथ ही मंडलायुक्त ने बच्चों के साथ बाल दिवस मनाया। अभिभावक की तरह नन्हें बच्चों से पढ़ाई, पाठ्यक्रम, खेलकूद आदि पर बातचीत की। इस दौरान बीएसए भी मौजूद रहे।
कौन कहता है कि सरकारी सिस्टम और अफसर संवेदनशील नहीं होते। लोगों की ऐसी ही धारणा और छवि को तोड़ रही हैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार में आईएएस अफसर संयुक्ता समद्दार। बरेली मंडल की कमिश्नर संयुक्ता जहां जाती हैं लोगों के दुख दर्द में शामिल हो जाती हैं। उनका दर्द बांटती हैं और उनकी समस्याओं का चुटकियों में समाधान करती हैं। एक्शन मोड और कड़क मिजाज कमिश्नर बाल दिवस के मौके पर ममता और वात्सल्य से द्रवित नजर आईं।
सोमवार को सरकारी स्कूलों के निरीक्षण में पहुंची कमिश्नर एक मां, शिक्षक और अभिभावक के रूप में बच्चों के सामने पेश आई। नन्हे-मुन्ने बच्चों को उन्होंने खेल कराए। उनके साथ खुद बच्चों की तरह खेलने लगी। बच्चों को अपने हाथों से मिठाइयां मिठाई खिलाकर उनके सिर पर ममता से भरा हाथ रखा। बच्चों से स्कूल पाठ्यक्रम पर ढेर सारी बातें की और जीवन में निरंतर आगे बढ़ने की सीख भी दी। सरकारी स्कूलों के बच्चे अपने सामने अपनी मां और दीदी जैसी कमिश्नर संयुक्ता समद्दार को देखकर झूम उठे। बेझिझक उनके साथ जमकर खेले। खूब ढेर सारी बातें भी कर डाली। जब तक कमिश्नर स्कूल में रहीं बच्चे खुशी से उछलते नजर आए।
बच्चों के चरित्र निर्माण में अपना अमूल्य योगदान दें शिक्षक
बाल दिवस के मौके पर कमिश्नर संयुक्ता समद्दार ने बरेली के प्राथमिक विद्यालय भरतौल और उच्च प्राथमिक विद्यालय फरीदापुर इनायत समेत आसपास के स्कूलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्कूलों के शिक्षकों से भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि बच्चों की पढ़ाई में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उनके खेलकूद के सामान से लेकर बच्चों की यूनिफॉर्म, मिड डे मील अन्य जरूरी चीजें मुहैया होनी चाहिए। शिक्षक समय से स्कूल पहुंचे। बच्चों के चरित्र निर्माण में अपना अमूल्य योगदान दें।
योगीराज में मिशन कायाकल्प से लौटी सरकारी स्कूलों में रौनक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रदेश में चलाए जा रहे मिशन कायाकल्प ने सरकारी स्कूलों की तस्वीर बदल दी है। मिशन कायाकल्प में प्राथमिक विद्यालय कॉन्वेंट स्कूलों को टक्कर दे रहे हैं। कमिश्नर ने जिन स्कूलों का निरीक्षण किया। उन स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस, सरकारी बच्चों के बैठने के लिए बेंच, ब्लैकबोर्ड समेत सभी सुविधाएं थी। सरकारी स्कूल के बच्चे भी कान्वेंट स्कूलों की तरह कमिश्नर के सवालों का फटाफट जवाब दे रहे थे।
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