बरेली: नील गायों का झुंड इंजन से टकराया, घंटों लेट पहुंची ट्रेनें
बरेली, अमृत विचार। ट्रेनों की रफ्तार पहले से ही धीमी चल रही है, वहीं दूसरी तरफ गोवंशों के झुंड ट्रेन से टकराने की घटनाएं भी ट्रेनों को लेट कर रही हैं। मंगलवार को नौचंदी और आनंद विहार डबल डेकर समेत कई ट्रेनें बरेली जंक्शन पर देरी से पहुंचीं। यह भी पढ़ें- बरेली: 1500 ईवीएम की …
बरेली, अमृत विचार। ट्रेनों की रफ्तार पहले से ही धीमी चल रही है, वहीं दूसरी तरफ गोवंशों के झुंड ट्रेन से टकराने की घटनाएं भी ट्रेनों को लेट कर रही हैं। मंगलवार को नौचंदी और आनंद विहार डबल डेकर समेत कई ट्रेनें बरेली जंक्शन पर देरी से पहुंचीं।
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बताया जा रहा है कि बालामऊ और दलेलनगर के बीच नील गायों का झुंड टकराने की वजह से काफी देर तक रेल यातायात बाधित हो गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि नील गाय से ओएचई पोल तक टेढ़ा हो गया। करीब पांच घंटे बाद यातायात बहाल हो पाया।
पूरी सोमवार-मंगलवार के बीच देर रात की है। (14511) नौचंदी एक्सप्रेस लखनऊ से रवाना हुई थी। ट्रेन जैसे ही बामामऊ से निकलकर उमरताली और दलेलनगर के बीच पहुंची तो नील गायों का झुंड ट्रेन के इंजन से टकरा गया। जिसमें चार नील गायों की टक्कर लगने से मौत हो गई।
टक्कर इतनी भीषण थी कि एक नील गाय उछलकर ओएचई पोल से टकरा गई। जिसकी वजह से पोल टेढ़ा हो गया। ओएचई के तार नौचंदी एक्सप्रेस के पेंटोग्राफ में उलझ गए और पेंटोग्राफ टूट गया। राप्ती गंगा, गंगासतलुज, लखनऊ-चंडीगढ़ एक्प्रेस समेत कई ट्रेनें पीछे के स्टेशनों पर खड़ी हो गईं।
इलेक्ट्रिक और सिग्नल विभाग की टीम के साथ रोजा से टावर वैगन भेजा गया। देर तीन बजे कहीं लाइन ठीक हुई। बरेली जंक्शन पर सुबह तक ट्रेनों के लेट आने का सिलसिला जारी रहा। नौचंदी एक्सप्रेस करीब पांच घंटे से ज्यादा और आनंद विहार डबल डेकर ट्रेन चार घंटे से ज्यादा की देरी से जंक्शन पहुंची।
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