देहरादून: प्रदेश की सवा लाख महिलाओं को बनाएंगे ‘लखपति दीदी’
देहरादून, अमृत विचार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में सर्वे ऑफ इंडिया मैदान में आयोजित ‘लखपति दीदी मेला’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूह के माध्यम से एक वर्ष में एक लाख रुपये से अधिक की आय अर्जित करने वाली महिलाओं को …
देहरादून, अमृत विचार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में सर्वे ऑफ इंडिया मैदान में आयोजित ‘लखपति दीदी मेला’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूह के माध्यम से एक वर्ष में एक लाख रुपये से अधिक की आय अर्जित करने वाली महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ के रूप में सम्मानित किया। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत लाभार्थियों को चेक भी प्रदान किये।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि वर्ष 2025 में जब हमारा राज्य अपनी स्थापना का रजत जयंती वर्ष मना रहा होगा, तब तक हम अपने प्रदेश की सवा लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का कार्य करेंगे। यह प्रयास निश्चित रूप से महिलाओं के आर्थिक विकास को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि समाज में महिला शक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। महिला सशक्तीकरण के बिना एक आदर्श समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए अनेक प्रयास कर रही हैं। महिला स्वयं सहायता समूहों को 05 लाख रुपये तक का ऋण बिना ब्याज के दिया जा रहा है। स्वयं सहायता समूहों को जोड़कर स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रयास किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमांत गांव माणा में प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के लिए चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी देशवासियों एवं श्रद्धालुओं से आह्वान किया कि अपने यात्रा खर्चे का 5 प्रतिशत धनराशि उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों पर खर्च करें। इससे हमारे स्थानीय उत्पादों को भी बढ़ावा मिलेगा और मातृ शक्ति की आजीविका में भी तेजी से वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए हमेशा से प्रतिबद्ध रहे हैं। आत्मनिर्भर भारत में मातृशक्ति का महत्वपूर्ण योगदान होगा। मातृभूमि और मातृशक्ति के सर्वांगीण विकास के प्रति सजगता का अनूठा उदाहरण यदि किसी ने दिया है तो वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिया है। कार्यक्रम को
ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने भी संबोधित किया।
