अवशेष प्रबंधन जागरूकता गोष्ठी : डीएम बोले, पराली जलाने से भूमि की उर्वरा शक्ति होती है कमजोर

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अमृत विचार, मोतीपुर, बहराइच। जिले के चिकनिया गांव में सोमवार कृषि विभाग की ओर से फसल प्रबंधन जागरूकता गोष्ठी का आयोजन हुआ। डीएम और एसपी ने किसानों को खेत में पराली न जलाने के लिए शपथ दिलाई। इसके बाद किसानों को बीज के किट वितरण किए। विकासखंड मिहींपुरवा के ग्राम पंचायत चिकनिया मे जिला स्तरीय …

अमृत विचार, मोतीपुर, बहराइच। जिले के चिकनिया गांव में सोमवार कृषि विभाग की ओर से फसल प्रबंधन जागरूकता गोष्ठी का आयोजन हुआ। डीएम और एसपी ने किसानों को खेत में पराली न जलाने के लिए शपथ दिलाई। इसके बाद किसानों को बीज के किट वितरण किए। विकासखंड मिहींपुरवा के ग्राम पंचायत चिकनिया मे जिला स्तरीय फसल अवशेष प्रबंधन एवं किसान जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया ।

जिसमें मुख्य अतिथि जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र तथा विशिष्ट अतिथि पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी रहे। जिलाधिकारी ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए किसानों को फसल अवशेष ना जलाने के लिए जागरूक किया। साथ ही किसानों को शपथ भी दिलाई की फसल अवशेष ना जलाए, जिससे किसानों की भूमि की उर्वरा शक्ति और पराली जलाने से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक किया।

जिलाधिकारी ने कहा कि भूमि की उर्वरा शक्ति बनाए रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है। किसान अपनी फसल के अवशेष को जलाएं नहीं बल्कि फसल अवशेष प्रबंधन की विभिन्न तकनीकों की विधियों का उपयोग करते हुए फसल अवशेषों का निस्तारण कर भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाएं। इससे किसानों के कृषि उत्पाद में वृद्धि होगी तथा आय में भी बढ़ोतरी होगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं किसान बंद इन योजनाओं का लाभ उठाकर फसल अवशेष प्रबंधन करें उन्होंने कहा कि फसल अवशेष जलाना दंडनीय अपराध है। हरित प्राधिकरण अभिकरण भी फसल अवशेष के जलाने के प्रति जागरूक है।

गोष्ठी के दौरान उप निदेशक कृषि टीपी शाही ने बताया कि कृषि यंत्रों सुपर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम हैप्पी सीडर पैडी स्ट्रा चांपा फ्रीडम अल्सर एमबी प्लू पर 50% अनुदान उपलब्ध है। गोष्ठी के बाद 110किसानों को सरसो और मसूर के बीज का किट वितरण किया। इस मौके पर जिला कृषि अधिकारी सतीश पांडे, कृषि विज्ञान केंद्र नानपारा के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ के एम सिंह एवं कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारी गण उपलब्ध रहे एवं क्षेत्रीय किसान उपस्थित रहे।

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