लौहपुरुष की 147वीं जयंती : जिले में याद किए गए भारतरत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल

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अमृत विचार, बांदा। भारतरत्न लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के की 147वीं जयंती को जनपद में आज राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का श्रीगणेश सुबह 8 बजे जनपद के प्राथमिक वि़द्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा निकाली गई प्रभात फेरी से हुआ। आयुक्त व जिलाधिकारी ने उनके चित्र पर माल्यार्पण …

अमृत विचार, बांदा। भारतरत्न लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के की 147वीं जयंती को जनपद में आज राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का श्रीगणेश सुबह 8 बजे जनपद के प्राथमिक वि़द्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा निकाली गई प्रभात फेरी से हुआ। आयुक्त व जिलाधिकारी ने उनके चित्र पर माल्यार्पण किया और उन्हें शांतिदूत बताया।

आयुक्त कार्यालय में आयुक्त चि़त्रकूटधाम मण्डल आरपी सिंह ने आयुक्त कार्यालय में लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर माल्यार्पण किया। आयुक्त ने कार्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों को राष्ट्र की एकता, अखण्डता व सुरक्षा को बनाये रखने की शपथ दिलायी। इस अवसर पर अपर आयुक्त प्रशासन अमरपाल सिंह भी उपस्थित रहे।

उधर कलेक्ट्रेट में आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्म दिवस के अवसर पर उनके चित्र पर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि सरदार पटेल का जन्मदिवस को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। सरदार पटेल किसान परिवार से थे। वे स्वतंत्रता संग्राम आन्दोलन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के साथ देश को आजादी दिलाने में आजीवन लगे रहे।

उन्होंने अपनी दूरदर्शिता व सूझबूझ से कई रियासतों का विलय कर खण्ड-खण्ड भारत को अखण्ड भारत बनाने का कार्य किया था। उन्हें उनके कार्यों के लिए भारतरत्न से भी नवाजा गया। कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलायी। कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी उमाकान्त त्रिपाठी ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल छात्र जीवन से ही संघर्षशील विचार के थे। उन्होंने वैचारिक व क्रियात्मक रूप से महत्वपूर्ण योगदान देते हुए भारत की कई बंटी हुई रियासतों को जोडने का कार्य किया।

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