केजरीवाल सरकार पर बरसे अमित शाह, बोले- AAP दिल्ली को ‘आपनिर्भर’ बनाना चाहती है

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नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को दिल्ली में कचरे से बिजली बनाने का प्लांट का उद्घाटन किया। एमसीडी चुनाव से पहले अमित शाह ने केजरीवाल सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने लोगों को विज्ञापन के जरिए भ्रमित करने का प्रयास किया है। तेहखंड में वेस्ट टु एनर्जी प्लांट …

नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को दिल्ली में कचरे से बिजली बनाने का प्लांट का उद्घाटन किया। एमसीडी चुनाव से पहले अमित शाह ने केजरीवाल सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने लोगों को विज्ञापन के जरिए भ्रमित करने का प्रयास किया है। तेहखंड में वेस्ट टु एनर्जी प्लांट का उद्घाटन करते हुए शाह ने आरोप लगाया कि ‘आप’ सरकार एमसीडी के साथ भेदभाव करती है और फंड नहीं देती। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में भले ही ‘आप’ की सरकार हो ऊपर नरेंद्र मोदी हैं, इसलिए दिल्ली का काम रुकने वाला नहीं है।

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शाह ने कहा कि आजादी से पहले महात्मा गांधी ने स्वच्छता का संदेश दिया था। 70 सालों तक सभी ने इसे भुला दिया। 2014 में जब मोदी पीएम बने तो दोबारा इस संदेश को जमीन पर उतारा। गृहमंत्री ने कहा कि एमसीडी के एकीकरण के बाद एक ऐसा ईकोसिस्टम तैयार होगा, जिससे दिल्ली दुनिया की सबसे अच्छी राजधानी बने। उन्होंने कहा कि अब दिल्ली में हर रोज लगभग 7000 मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण होगा और 2000 मीट्रिक टन कूड़े को दोबारा उपयोग में लाया जाएगा। ये प्लांट हर रोज 25 मेगावाट बिजली का निर्माण करेगा।

गृहमंत्री ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर जमकर निशाना साधा। शाह ने कहा, ‘केजरीवाल जी हर दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं, बड़े-बड़े विज्ञापन करते हैं। उन्होंने मान लिया है कि प्रेस के इंटरव्यू से ही विकास होता है। उन्होंने मान लिया है कि विज्ञापन से देश की जनता भ्रमित हो सकती है। यह भ्रम 5 साल, 7 साल चल सकता है। मगर धीरे धीरे जनता जानती है। मैं जनता को यह करने आया हूं कि आप पार्टी दिल्ली को आप निर्भर बनाना चाहती है और हम आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं। दिल्ली की जनता को तय करना है कि आप निर्भर दिल्ली चाहिए या आत्मनिर्भर दिल्ली चाहिए।’

उन्होंने केजरीवाल सरकार पर नगर निगमों का फंड रोकने का आरोप लगाया और कहा कि इसलिए एक बार फिर एमसीडी का एकीकरण करना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘मैं केजरीवाल से पूछना चाहता हूं कि दिल्ली नगर निगम तीन बने थे, क्यों एक बनाना पड़ा। क्योंकि इनका 40 हजार करोड़ से ज्यादा बकाया आपने नगर निगमों को नहीं दिया। जिससे ये काम करने की स्थिति में नहीं रहे। नगर निगमों को उनका बकाया देना चाहिए या नहीं, यह दायित्व दिल्ली सरकार का है यह नहीं। इस तरह की छोटी राजनीति से दिल्ली की जनता के साथ द्रोह किया गया है। लेकिन आप चिंता मत करिए, भले ही दिल्ली में आप पार्टी की सरकार हो ऊपर नरेंद्र मोदी की सरकार है, कोई काम रुकने वाला नहीं है।’

गृहमंत्री ने कहा कि विकास की राजनीति या विज्ञापन की राजनीति में से चुनाव करना है। प्रचार की राजनीति पसंद करती है या परिवर्तन की। भ्रष्टाचार की राजनीति को पसंद करती है या पारदर्शिता की राजनीति को यह दिल्ली की जनता को चुनना है। उनको लगता है कि यदि हम फंड नहीं देंगे तो दिल्ली की जनता एमसीडी के खिलाफ हो जाएगी, लेकिन हम घर घर जाकर लोगों को बताएंगे कि आपने एमसीडी के साथ कैसा व्यावहार किया है। लोकतांत्रिक तरीके से जवाब देने का समय आ गया है।

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