पलानीस्वामी, अन्नाद्रमुक सदस्यों ने किया विरोध प्रदर्शन, विरोधी धड़ा विस सत्र में हुआ शामिल

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चेन्नई। तमिलनाडु में विपक्षी दल अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) की बुधवार को उस समय विरोधाभासी तस्वीर देखने को मिली, जब पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम ने विधानसभा सत्र में हिस्सा लिया, जबकि नेता प्रतिपक्ष के. पलानीस्वामी ने इस मांग को लेकर यहां विरोध प्रदर्शन किया कि विधानसभा अध्यक्ष को पार्टी के सदन के …

चेन्नई। तमिलनाडु में विपक्षी दल अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) की बुधवार को उस समय विरोधाभासी तस्वीर देखने को मिली, जब पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम ने विधानसभा सत्र में हिस्सा लिया, जबकि नेता प्रतिपक्ष के. पलानीस्वामी ने इस मांग को लेकर यहां विरोध प्रदर्शन किया कि विधानसभा अध्यक्ष को पार्टी के सदन के उप नेता के तौर पर पनीरसेल्वम की मान्यता खत्म कर देनी चाहिए। मुख्य विपक्षी दल ने तीन दिवसीय विधानसभा सत्र के अंतिम दिन का बुधवार को बहिष्कार किया।

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पार्टी की मांग है कि विधानसभा अध्यक्ष पार्टी से निकाले जा चुके पनीरसेल्वम की जगह आर.बी. उदयकुमार को सदन का उप नेता स्वीकार करें। काली कमीज और सफेद धोती पहने अन्नाद्रमुक के सदस्य बड़ी संख्या में यहां के ऐतिहासिक वल्लुवर कोट्टम में एकत्र हुए और उन्होंने प्रदर्शन किया।

उन्होंने सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की निंदा करते हुए नारेबाजी की। पार्टी की महिला सदस्यों ने काली साड़ी पहनकर विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। पुलिस ने बिना अनुमति के विरोध प्रदर्शन करने के आरोप में अन्नाद्रमुक के अंतरिम महासचिव पलानीस्वामी और पार्टी के सदस्यों को हिरासत में ले लिया।

सैकड़ों प्रदर्शनकारी सदस्यों को यहां के राजारत्नम स्टेडियम में ले जाया गया, जिसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया। पलानीस्वामी ने स्टेडियम में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान ‘‘लोकतंत्र की हत्या किए’’ जाने का आरोप लगाया और मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन पर पनीरसेल्वम के माध्यम से अन्नाद्रमुक को ‘बर्बाद’ करने का प्रयास करने का आरोप लगाया।

जब वहां मौजूद पुलिस ने पलानीस्वामी के मीडिया से बात करने पर आपत्ति जताई, तो इससे नाराज पूर्व मुख्यमंत्री ने पुलिस से ऊंची आवाज में बात की। इसके बाद, पार्टी के अन्य सदस्य भी पुलिस पर चिल्लाने लगे और पलानीस्वामी को अन्नाद्रमुक सदस्यों को ऐसा करने से रोकना पड़ा।

इसके बाद उन्होंने घोषणा की कि यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक विधानसभा अध्यक्ष उदयकुमार को उप नेता स्वीकार नहीं कर लेते। उन्होंने कहा, ‘‘विधानसभा अध्यक्ष (एम. अप्पावु) ने कहा है कि पनीरसेल्वम सदन के उप नेता पद पर बने रहेंगे। यह अन्याय और पक्षपात है क्योंकि पनीरसेल्वम को तीन महीने पहले ही पार्टी से निकाला जा चुका है।’’

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