स्मृतियां : धरती पुत्र ‘मुलायम’का बांदा से था गहरा रिश्ता, बोस को मानते थे अपना आदर्श

अमृत विचार, बांदा। समाजवादी विचारधारा को ऊंचाईंयों तक पहुंचाने वाले धरतीपुत्र मुलायम सिंह यादव के निधन पर बांदा के लोगों ने गहरा दुख व्यक्त किया है। पूर्व मुख्यमंत्री का जनपद से गहरा नाता रहा है और वह राजनीतिक व व्यक्तिगत कारणों से कई बार बांदा आ चुके हैं। मुलायम सिंह यादव की खासबात यह थी …
अमृत विचार, बांदा। समाजवादी विचारधारा को ऊंचाईंयों तक पहुंचाने वाले धरतीपुत्र मुलायम सिंह यादव के निधन पर बांदा के लोगों ने गहरा दुख व्यक्त किया है। पूर्व मुख्यमंत्री का जनपद से गहरा नाता रहा है और वह राजनीतिक व व्यक्तिगत कारणों से कई बार बांदा आ चुके हैं। मुलायम सिंह यादव की खासबात यह थी कि वह अपने ज्यादातर कार्यकर्ताओं को नाम से जानते थे और भरे मंच पर उनका नाम पुकार कर कद बढ़ाने का दांव भी खेलते थे। मुलायम सिंह यादव बुंदेलखंड के गांधी के नाम से विख्यात पूर्व मंत्री जमुना प्रसाद बोस को अपना आदर्श मानते थे और हर बार बांदा आगमन पर उनसे मुलाकात जरूर करते थे।
तीन बार प्रदेश की कमान संभालने वाले पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव बांदा से चार विधायक और दो प्रदेश सरकार में मंत्री रहे जमुना प्रसाद बोस को अपना आदर्श मानते थे और उन्हें बराबर सम्मान देते थे। अपने बांदा आगमन पर वह बोस के घर जाकर उनसे मुलाकात जरूर करते थे। इतना ही नहीं मुलायम अपने आदर्श बोस के घर पारिवारिक कार्यक्रमों में शामिल होते थे
। पूर्व मंत्री श्री बोस के पुत्र शैलेश बोस बताते हैं कि एक बार जब मुलायम सिंह यादव उनके घर पहुंचे तो नाश्ते के तौर पर उन्हें हरे चना तलकर दिए गए। जिन्हें खाते ही मुलायम सिंह ने चनों की तारीफ करते हुए अपने साथ ले जाने की इच्छा जाहिर कर दी। जिस पर बोस जी ने उन्हें करीब एक किलो हरे चना तलवाकर सौंपे और मुलायम सिंह चना की पोटली अपने साथ ले गए। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह का बांदा के कई और लोगों से भी गहरा नाता रहा है।
जिनमें बबेरू विधायक विशंभर सिंह यादव का नाम भी प्रमुखता से शामिल है। बताते हैं कि विशंभर सिंह यादव के मुलायम सिंह से पारिवारिक संबंध रहे हैं और वह मुलायम सिंह के काफी करीब थे। जबकि समाजवादी पार्टी की स्थापना के वक्त पहले जिलाध्यक्ष रहे इमत्याज खान भी काफी करीब रहे।
ऐसे ही तत्कालीन जिलाध्यक्षों में इमरान अली राजू और पूर्व चेयरमैन राजकुमार राज का नाम भी मुलायम सिंह के करीबियों में गिना जाता है। युवा नेताओं की बात करें तो युवजन सभा के निवर्तमान राष्ट्रीय सचिव ओम नारायण त्रिपाठी विदित भी मुलायम सिंह से आशीर्वाद पाने वालों में शामिल रहे हैं। विदित के अनुसार सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव उन्हें पूरी आत्मीयता के साथ आगे बढ़ने का आशीर्वाद देते थे और उन्हीं की प्रेरणा को आधार बनाकर वह सपा में अपने सियासी कदम आगे बढ़ा रहे हैं।
मुलायम के निधन पर जिले में शोक की लहर
सोमवार की सुबह जैसे ही पूर्व मुख्यमंत्री व नेताजी के पुत्र अखिलेश यादव ने ट्विटर के माध्यम से समाजवादी पार्टी के संरक्षक पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन की पुष्टि की, समूचे जिले में शोक की लहर दौड़ गई। केवल सपा ही नहीं बल्कि अन्य दलों के नेताओं ने नेताजी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया।
योगी सरकार में जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद, सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी, नरैनी विधायक ओममणि वर्मा समेत कई नेताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित की है और उनके निधन पर शोक जताया है। उधर सपा जिलाध्यक्ष विजय करन यादव, नगर अध्यक्ष अमित गुप्ता मनीष, नगर पालिका चेयरमैन मोहन साहू, ओमनारायण त्रिपाठी विदित, शकील अली, राजकुमार राज, अमित सेठ भोलू, पियूष गुप्ता, सुरेंद्र कुमार पप्पू मिश्रा, राजन सिंह चंदेल, प्रदीप सिंह परिहार समेत तमाम नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की है। अपने नेताजी को अंतिम विदाई देने के लिए जिले से सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता व नेता सैफई के लिए कूच कर गए हैं।
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