Iran: किशोरी की मां का दावा, छत से गिरने से नहीं बल्कि सिर पर वार करने से हुई बेटी की मौत
दुबई। ईरान में हिजाब विवाद के बीच 16 वर्षीय ईरानी लड़की की मां ने आधिकारियों के इन दावों का खंडन किया है कि उसकी बेटी की मौत एक ऊंची इमारत से गिरकर हुई थी। महिला ने दावा किया कि उसकी बेटी के सिर पर वार किया गया था जिससे उसकी मौत हुई। हिजाब विरोधी प्रदर्शनों …
दुबई। ईरान में हिजाब विवाद के बीच 16 वर्षीय ईरानी लड़की की मां ने आधिकारियों के इन दावों का खंडन किया है कि उसकी बेटी की मौत एक ऊंची इमारत से गिरकर हुई थी। महिला ने दावा किया कि उसकी बेटी के सिर पर वार किया गया था जिससे उसकी मौत हुई। हिजाब विरोधी प्रदर्शनों ने देश को झकझोर कर रख दिया है। नसरीन शकरमी ने यह भी कहा कि अधिकारियों ने उनकी बेटी नीका की मौत को नौ दिनों तक छिपाए रखा और फिर परिवार की इच्छा के खिलाफ उसे एक दूरदराज के इलाके में दफनाने के लिए शव को मुर्दाघर से ले गए।
शोक संतप्त मां ने गुरुवार को अमेरिकी-वित्त पोषित स्टेशन रेडियो फ्री यूरोप/रेडियो लिबर्टी की फारसी भाषा की शाखा ‘रेडियो फरदा’ को एक वीडियो संदेश में ये बातें बताईं। नीका शकरमी ईरान में विरोध प्रदर्शनों की नयी प्रतीक बन गई हैं। हाल के दिनों में अधिकारियों द्वारा किशोरी की मौत को एक दुर्घटना के रूप में चित्रित करने के प्रयास इस चिंता का संकेत हो सकते हैं कि यह घटना सरकार के खिलाफ गुस्से को और बढ़ा सकती है। शनिवार को प्रदर्शन का चौथा सप्ताह शुरू हुआ।
पुलिस हिरासत में 22 वर्षीय महसा अमीनी की मौत के बाद ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं। पुलिस ने अमीनी को कथित रूप से देश के कड़े इस्लामी ड्रेस कोड के उल्लंघन के आरोप में हिरासत में लिया था। युवतियां इस प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही हैं और इस दौरान वे अपने हिजाब उतारकर या फाड़कर अपना विरोध जता रही हैं और वर्तमान सरकार को हटाने की मांग कर रही हैं। मानवाधिकार संगठनों का अनुमान है कि पिछले तीन सप्ताह में कई प्रदर्शनकारी मारे गए हैं।
ये भी पढ़ें:- Thailand: ‘डे केयर सेंटर’ में गोलीबारी की घटना पर देशवासियों ने जताया शोक
