राष्ट्रपति मुर्मू के खिलाफ उदित राज की टिप्पणी कांग्रेस की मानसिकता की परिचायक: भाजपा
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता उदित राज द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर बृहस्पतिवार को प्रमुख विपक्षी पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि यह टिप्पणी कांग्रेस की ‘आदिवासी विरोधी’ मानसिकता को दर्शाती है। ये भी पढ़ें- ‘द्रौपदी मुर्मू जैसा राष्ट्रपति किसी देश को …
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता उदित राज द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर बृहस्पतिवार को प्रमुख विपक्षी पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि यह टिप्पणी कांग्रेस की ‘आदिवासी विरोधी’ मानसिकता को दर्शाती है।
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ज्ञात हो कि राष्ट्रपति का पदभार संभालने के बाद मुर्मू सोमवार को पहली बार गुजरात पहुंची थीं। गांधीनगर में गुजरात सरकार की ओर से आयोजित एक अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा था, ‘गुजरात में पैदा होने वाला नमक सभी भारतीयों द्वारा खाया जाता है।’ भारत में नमक की खपत का करीब 80 प्रतिशत उत्पादन गुजरात में होता है।
मेरा बयान द्रोपदी मुर्मू जी के लिऐ निजी है,कांग्रेस पार्टी का नही है।मुर्मू जी को उम्मीदवार बनाया व वोट मांगा आदीवासी के नाम से।राष्ट्रपति बनने से क्या आदिवासी नही रहीं? देश की राष्ट्रपती हैं तो आदिवासी की प्रतिनिधि भी। रोना आता है जब एससी/एसटी के नाम से पद पर जाते हैं फिर चुप।
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) October 6, 2022
उदित राज ने बुधवार को राष्ट्रपति मुर्मू पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया था, ‘द्रौपदी मुर्मू जी जैसी राष्ट्रपति किसी देश को न मिलें। चमचागिरी की भी हद है। कहती हैं कि 70 प्रतिशत लोग गुजरात का नमक खाते हैं। खुद नमक खाकर जिंदगी जिएं तो पता लगेगा।’ भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘यह आश्चर्यजनक और दुख की बात है कि कांग्रेस के नेता लगातार इस प्रकार की अपमानजनक टिप्पणी कर रहे हैं। यह कांग्रेस की आदिवासी विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। कांग्रेस को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।’
द्रौपदी मुर्मू जी जैसा राष्ट्रपति किसी देश को न मिले। चमचागिरी की भी हद्द है । कहती हैं 70% लोग गुजरात का नमक खाते हैं । खुद नमक खाकर ज़िंदगी जिएँ तो पता लगेगा।
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) October 5, 2022
पात्रा ने लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा राष्ट्रपति के लिए ‘राष्ट्रपत्नी’ शब्द का इस्तेमाल किए जाने का उल्लेख किया और कहा कि उस वक्त भी ऐसा ही विवाद हुआ था। हालांकि, चौधरी ने बाद में स्पष्ट किया था कि यह शब्द गलती से उनके मुंह से निकल गया था। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, ‘उदित राज ने पहले भी इस प्रकार का अपराध किया है। उन्होंने न सिर्फ राष्ट्रपति मुर्मू, बल्कि शीर्ष संवैधानिक पद का और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी का भी लगातार अपमान किया है।’
Udit Raj comments on President Murmu is not a one off comment
This is his DISGUSTING tweet in May 2022
link: https://t.co/DBzqRevkZJ
Did Congress object or act on him? no
Will they sack him today? No
Did they sack Ajoy Kumar ? NoIs this not insulting to ST samaj? pic.twitter.com/nMm7dIUdgW
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) October 6, 2022
पूनावाला ने कहा, ‘उदित राज ने तत्कालीन राष्ट्रपति (कोविंद) के लिए ‘गूंगा और बहरा’ शब्द का इस्तेमाल किया था। अब उन्होंने मुर्मू जी को चमचा कहा है। कांग्रेस ने कभी उन पर कार्रवाई नहीं की, क्योंकि वह उनकी राय का समर्थन करती है।’ इस मुद्दे पर विवाद बढ़ने के बाद उदित राज ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू के बारे में की गई उनकी टिप्पणी निजी है और इससे कांग्रेस पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। पूनावाला ने कहा कि उदित राज द्वारा टिप्पणी को निजी करार दिए जाने से कुछ नहीं होने वाला है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बताना पड़ेगा कि वह ‘आदिवासी विरोधी’ टिप्पणी के लिए उदित राज के खिलाफ कार्रवाई करेगी या नहीं। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘पहले अधीर रंजन चौधरी (लोकसभा में कांग्रेस के नेता), फिर अजोय कुमार (कांग्रेस प्रवक्ता) और अब तीसरी बार इस प्रकार का बयान दिया गया है। यह संयोग नहीं है! यह कांग्रेस की मानसिकता है।’
पूनावाला ने बाद में एक बयान में कहा कि मुर्मू अपने परिश्रम और प्रतिबद्धता की वजह से शीर्ष संवैधानिक पद पर पहुंची हैं लेकिन कांग्रेस इसे स्वीकार नहीं कर सकती। इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग ने उदित राज को नोटिस भेजा और कहा कि उन्हें इस टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए। उदित राज दलित समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। साल 2014 में उन्होंने भाजपा के टिकट पर उत्तर-पश्चिम दिल्ली संसदीय सीट से जीत दर्ज की थी।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया था। इसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। अपने बयानों को लेकर अक्सर वह सुर्खियों में रहते हैं।
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