हमीरपुर: जन्म देते ही नवजात बच्ची को झाड़ियों में फेंका, अस्पताल में चल रहा इलाज
हमीरपुर, अमृत विचार। नवरात्रि पर लोग पुन्य कमाने और अपने मनोरथ पूरे करने के लिए कन्या भोज करा रहे हैं। इन दिनों शहर व गांवों में लोग घर घर जाकर कन्याओं को भोजन खिलाकर देवी मां को प्रसन्न करने में जुटे हैं। वहीं नवरात्रि पर एक नवजात कन्या को पैदा होते ही मरने के लिए …
हमीरपुर, अमृत विचार। नवरात्रि पर लोग पुन्य कमाने और अपने मनोरथ पूरे करने के लिए कन्या भोज करा रहे हैं। इन दिनों शहर व गांवों में लोग घर घर जाकर कन्याओं को भोजन खिलाकर देवी मां को प्रसन्न करने में जुटे हैं। वहीं नवरात्रि पर एक नवजात कन्या को पैदा होते ही मरने के लिए झाड़ियों में छिपा दिया गया। सुबह शौच को गईं महिलाओं ने रोने बिलखने की आवाज सुनी तो पास जाकर देखा कि कपड़ों में लिपटी एक कन्या है।
महिलाओं ने घायलावस्था में नवजात को राठ अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां इलाज के बाद बच्ची की हालत में सुधार बताया जा रहा है।
राठ कोतवाली क्षेत्र के नवैनी गांव में लोकलाज के भय से किसी कलयुगी मां ने बच्ची को जन्म देते ही उसे झाड़ियों में फेंक दिया। जब शौच के लिए वहां महिलाएं गई तब उन्हें बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दीं। इस पर महिलाओं ने बच्ची को उठाकर घायलावस्था में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के बाद अब मासूम बच्ची की हालत में सुधार बताया जा रहा है। इस मामले की जानकारी फैलते ही ग्रामीणों में तरह तरह की चर्चाएं हो रही है। राठ सीएचसी में नवजात को लेकर आई नवैनी गांव निवासी महिला इंद्रकुमारी ने बताया कि रविवार सुबह वह अपने खेत पर शौच के लिए अन्य महिलाओं के साथ गई थी। तभी खेत की मेड़ पर झाड़ियों में बच्चे के रोने की आवाज सुनी। बताया कि नवजात कन्या को किसी ने झाड़ियों में फेंक दिया है। जिससे इसके शरीर में कई कांटे लगे हैं। कहा दूध पिलाया है। हालत ठीक है।
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