अयोध्या: छुट्टा पशुओं से निजात के लिए खास पहल, 835 ग्राम पंचायतों में गोवंश की करेंगे गणना
अमृत विचार, अयोध्या। छुट्टा पशुओं के बढ़ते कहर को रोकने के लिए शुरू हुए धरपकड़ अभियान के असफल होने के बाद अब जिला प्रशासन ने नया प्रयास शुरू किया है। इसके तहत ग्राम पंचायतों में तैनात पंचायत सचिवों को गोवंशों की गणना की जिम्मेदारी दी जा रही है। इसे लेकर मुख्य विकास अधिकारी की ओर …
अमृत विचार, अयोध्या। छुट्टा पशुओं के बढ़ते कहर को रोकने के लिए शुरू हुए धरपकड़ अभियान के असफल होने के बाद अब जिला प्रशासन ने नया प्रयास शुरू किया है। इसके तहत ग्राम पंचायतों में तैनात पंचायत सचिवों को गोवंशों की गणना की जिम्मेदारी दी जा रही है। इसे लेकर मुख्य विकास अधिकारी की ओर से तैयारी के निर्देश दिए गए हैं।
जिला प्रशासन की ओर से इस प्रयास के लिए खाका खींचा गया है। जिसके लिए हर सौ न्याय पंचायत पर इसकी निगरानी के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किए जायेगें। इसके अलावा मानीटरिंग के लिए खंड विकास अधिकारियों को भी लगाया गया है। सीडीओ की ओर से बनाई गई कार्य योजना के अनुसार ग्राम पंचायत में कितने गोवंश हैं इसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों के पास होगी। जिले में बहुत जल्द पंचायत सहायक ग्राम पंचायतों में गोवंश की गणना शुरु कर देंगे।
गणना के दौरान ग्राम पंचायतों में तैनात किए गए पंचायत सहायक रजिस्टर में एक एक गोवंशों का ब्यौरा दर्ज करेंगे। ग्राम पंचायत में गणना के दौरान पता चल जाएगा कि किस किसान के पास कितने गोवंश है। एक-एक गोवंश की जानकारी विभागीय अधिकारियों पर होगी। इससे ग्राम पंचायतों में लोग अपने गोवंश नहीं छोड़ सकेंगे। अगर उन्होंने छोडे़ तो गोवंश की पहचान जियो टैगिंग के जरिए हो जाएंगी। गोवंश छोड़ने पर किसान की जवाबदेही होगी । ग्राम पंचायतों में होने वाली गोवंश की गणना के बाद पशुपालक अपने गोवंश को रात के अंधेरे और दिन के उजाले में नहीं छोड़ पाएंगे। प्रशासन का मानना है कि इससे काफी हद तक छुट्टा पशुओं पर रोक लगेगी। अभी तक ग्रामीण अपने पशुओं को चरने के लिए छोड़ देते हैं जिससे काफी समस्या आ रही है।
गौशालाओं की योजना साबित हुई फेल
जिले में गौशालाओं की योजना पूरी तरह से फेल हो गई है। जिले की सभी ग्राम पंचायतों में एक – एक गौशाला स्थापित है लेकिन इनकी हालत बेहद बुरी है। इन गोशालाओं में पशुओं के रहने वाले चारे को लेकर लगातार शिकायतें सामने आती रही हैं। 50 फीसदी से अधिक गौशालाओं में केयर टेकर ही नहीं है। अभी हाल ही में सोहावल की एक गौशाला में चमड़े और हड्डी के व्यापार का भी मामला सामने आया था लेकिन उसे करीने से दबा दिया गया।
हाईवे बने हुए हैं छुट्टा पशुओं के ठौर
अयोध्या – लखनऊ राज मार्ग हो या अयोध्या रायबरेली और अन्य। हाईवे से लेकर सभी प्रमुख मार्गों पर छुट्टा पशुओं का ठौर दिखाई पड़ता है। आए-दिन दुर्घटनाएं होतीं रहतीं हैं। एक माह पहले सीडीओ ने हाईवे से छुट्टा पशुओं की धरपकड़ का अभियान चलाया था लेकिन फुस्स हो गया।
कुल – ब्लाक – 11
ग्राम पंचायत – 835
कुल ग्राम – 1272
आबाद ग्राम – 1235
गैर आबाद ग्राम – 37
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