हल्द्वानी: थानों और चौकियों से जुड़ेंगे नैनीताल जिले के 54 गांव

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

हल्द्वानी, अमृत विचार। कुमाऊं में नए थानों और चौकियों को खोलने जाने की कवायद के बीच पुलिस ने अपना काम शुरू कर दिया है और इसे कम से कम तीन फेज में पूरा करने का निर्णय लिया गया। इस क्रम में पहला फेज अहम साबित होने वाला है, जिसके तहत पुलिस थाने-चौकियों के नजदीक वाले …

हल्द्वानी, अमृत विचार। कुमाऊं में नए थानों और चौकियों को खोलने जाने की कवायद के बीच पुलिस ने अपना काम शुरू कर दिया है और इसे कम से कम तीन फेज में पूरा करने का निर्णय लिया गया। इस क्रम में पहला फेज अहम साबित होने वाला है, जिसके तहत पुलिस थाने-चौकियों के नजदीक वाले राजस्व गांवों को सिविल पुलिस के क्षेत्र में शामिल करने जा रही है।

बता दें कि कुमाऊं के चार जिलों में दो थाने व 21 पुलिस चौकियां बनाने का प्रस्ताव पूर्व में ही पीएचक्यू के माध्यम से शासन को भेजा जा चुका है। नैनीताल जिले के खनस्यूं व धारी में थाना प्रस्तावित है। थाने-चौकी खुलने से पहले पुलिस ने इसे कुछ फेज में पूरा करेगी। पहले फेज के तहत उन राजस्व गांवों को थाने और चौकियों में शामिल किया जा रहा है, जो थाने और चौकियों के नजदीक है।

नैनीताल जिला पुलिस ने ऐसे 54 गांवों को चिह्नित भी कर लिया है। इसका खाका तैयार कर पीएचक्यू को भेज दिया गया है। पुलिस का मानना है कि पहले फेज के शुरू होने से पुलिस की दौड़ तो बढ़ेगी, लेकिन इससे पुलिस पर अनर्गल बोझ नहीं बढ़ेगा। एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि अनुमति मिलते ही 54 गांवों को थानों और चौकियों से जोड़ दिया जाएगा। ये ऐसे गांव हैं, जो मुख्य मार्ग से नजदीक हैं। इसके बाद वाले फेज में थाने और चौकियां खोली जाएंगी, ताकि लोगों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण और कम समय में लोगों को न्याय मिल सके।

वायरलेस पर भरोसा, चुनौती होगी कनेक्टीविटी
पहाड़ों पर आज भी मोबाइल नेटवर्क बड़ी समस्या है। हालांकि रफ्ता-रफ्ता इस समस्या में सुधार हो रहा है, लेकिन पूर्ण सुधार में लंबा वक्त है। ऐसे में पुलिस के लिए मोबाइल कनेक्टीविटी चुनौती होगी और वायरलेस पर निर्भरता बढ़ानी होगी। पर्वतीय जिलों में आज भी ऐसे स्थान हैं, जहां लोगों को पेड़ों पर चढ़कर नेटवर्क तलाशने होते हैं।

संबंधित समाचार