हरदोई: विधवा के खेत पर कब्जा करने वाले को तहसील प्रशासन ने खदेड़ा, डीएम से की थी शिकायत
हरदोई, अमृत विचार। खेत हो या खलिहान, कहीं पर किसी ने नाजायज़ कब्ज़ा किया,तो उसकी खैर नहीं। साथ ही ज़िम्मेदारों को भी भुगतना पड़ सकता है। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के इस फरमान का काफी खौफ है। एक विधवा का खेत कब्ज़ा कर लिया गया था। उसने समाधान दिवस पर अपनी शिकायत की। उसकी …
हरदोई, अमृत विचार। खेत हो या खलिहान, कहीं पर किसी ने नाजायज़ कब्ज़ा किया,तो उसकी खैर नहीं। साथ ही ज़िम्मेदारों को भी भुगतना पड़ सकता है। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के इस फरमान का काफी खौफ है। एक विधवा का खेत कब्ज़ा कर लिया गया था। उसने समाधान दिवस पर अपनी शिकायत की। उसकी शिकायत पर सख्त हुए डीएम ने जब पेंच कसा तो तहसील प्रशासन को अपना फर्ज़ याद आया और फिर उस विधवा को उसका खेत दिलाया गया।
बिलग्राम तहसील के ढोढपुर थाना साण्डी की रहने वाली विधवा अनारकली उर्फ सोमवती ने अपनी शिकायत में कहा था कि गांव के पश्चिम किनारे पर उसका खेत है। उसके खेत को गांव के ही आशाराम पुत्र दुलारे ने कब्ज़ा कर रखा है। उसके बड़े बेटे उधमी की कैंसर से जूझते हुए मौत हो गई थी। जबकि छोटा बेटा रहिमल दिल्ली में काम करता था। वहीं पर उसे कोरोना ने निगल लिया था। उसने आशाराम से कई खेत खाली करने को कहा था, लेकिन वह अपनी दबंगई दिखाता रहा।
थक कर चूर हो चुकी विधवा अनारकली उर्फ सोमवती ने समाधान दिवस में अपनी शिकायत की। उसकी शिकायत पर सख्त हुए डीएम एमपी सिंह ने तहसील प्रशासन को आड़े हाथों लिया। इसके बाद तहसील प्रशासन को अपनी ज़िम्मेदारी का एहसास हुआ। आनन-फानन में मौके पर पहुंची राजस्व टीम ने वहां पैमाइश की। इसके बाद विधवा के खेत पर क़ाबिज़ आशाराम को वहां से खदेड़ा गया। आखिर में विधवा अनारकली उर्फ सोमवती को इन्साफ मिल सका।
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