मुरादाबाद : 170 साल पुराना है कोर्ट रोड का श्री प्राचीन दुर्गा मंदिर, पूरी होती है भक्तों की मनोकामना
मुरादाबाद,अमृत विचार। कोर्ट रोड स्थित श्री प्राचीन दुर्गा माता मंदिर का इतिहास 170 साल पुराना है। पहले यहां मठ था। जीर्णोद्धार के बाद भव्य मंदिर की स्थापना की गई। श्री प्राचीन दुर्गा माता मंदिर में लोग संतान प्राप्ति व अन्य मनोकामना के लिए आते हैं। माता रानी की प्रतिमा के आगे लाल धागे में गांठ …
मुरादाबाद,अमृत विचार। कोर्ट रोड स्थित श्री प्राचीन दुर्गा माता मंदिर का इतिहास 170 साल पुराना है। पहले यहां मठ था। जीर्णोद्धार के बाद भव्य मंदिर की स्थापना की गई। श्री प्राचीन दुर्गा माता मंदिर में लोग संतान प्राप्ति व अन्य मनोकामना के लिए आते हैं। माता रानी की प्रतिमा के आगे लाल धागे में गांठ लगाते हैं। मनोकामना पूरी होने पर भक्त गांठ खोलने आते हैं और प्रसाद आदि बांटते हैं।
पुजारी पंडित भास्करानंद सिमल्टी शास्त्री कहते हैं कि वह 45 साल से मंदिर में माता की सेवा में हैं। पहले उनके बड़े भाई आचार्य पातीराम सिमल्टी मंदिर के मुख्य पुजारी थे। इस मंदिर में आसपास के जिलों अमरोहा, रामपुर, काशीपुर, बिजनौर व संभल आदि से भी श्रद्धालु आते हैं। भक्तों की इस मंदिर में विशेष आस्था है। शारदीय नवरात्र में प्रतिपदा, सप्तमी, अष्टमी और नवमी को भक्तों की भीड़ जुटती है। सुबह साढ़े पांच से दोपहर 12 बजे तक मंदिर के कपाट खुलते हैं। महिलाएं शाम चार बजे से मंदिर में कीर्तन करती हैं। इसके अलावा हर सोमवार और एकादशी पर विशेष कीर्तन किया जाता है। यहां मां काली, दुर्गा माता, चामुंडा, पंचमुखी बालाजी, गणेश जी, मां संतोष समेत सभी देवी-देविताओं की प्रतिमाएं विराजमान हैं।
मंदिर के सामने रहने वाले 55 वर्षीय राधेश्याम शुक्ला ने बताया कि मंदिर में नवरात्र में मन्नत मांगने वाले भक्तों का तांता लगा रहता है। लोग दूर-दूर से यहां आते हैं। इस मंदिर में आने भक्तों के बिगड़े काम बन जाते हैं। काजी सराय निवासी 77 वर्षीया मिथलेश कहती हैं कि वह 50 साल से माता रानी के दर्शन करने आ रही हूं। माता रानी में पूरी आस्था है। मां का ध्यान करके सच्चे मन से मन्नत मांगने पर जरूर मां की कृपा मिलती है।
ये भी पढ़ें : ऐतिहासिक है मुरादाबाद का 84 घंटा मंदिर, भक्तों की मनोकामना होती है पूरी
