गरमपानी: गुलदार की दहशत – खेती के साथ अब पशुपालन पर भी संकट

गरमपानी, अमृत विचार। गांवों में गुलदार की घुसपैठ बढ़ने से ग्रामीण दहशतजदा हैं। मवेशीखोर गुलदार पालतू मवेशियों को दिनदहाड़े ही मार रहा है। जिससे पशुपालकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने गांव में पिंजरा लगाकर गुलदार के आतंक से निजात दिलाए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। गांवों में खेतीबाड़ी चौपट होने …
गरमपानी, अमृत विचार। गांवों में गुलदार की घुसपैठ बढ़ने से ग्रामीण दहशतजदा हैं। मवेशीखोर गुलदार पालतू मवेशियों को दिनदहाड़े ही मार रहा है। जिससे पशुपालकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने गांव में पिंजरा लगाकर गुलदार के आतंक से निजात दिलाए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।
गांवों में खेतीबाड़ी चौपट होने के बाद अब पशुपालन पर भी संकट मंडराने लगा है। समीपवर्ती टूनाकोट गांव में गुलदार का आतंक जोरों पर है। आए दिन गुलदार पशुओं को निवाला बना रहा है। बीते शनिवार को गुलदार ने दलीप सिंह की बकरी को घर के समीप ही मार डाला वहीं अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित से नैनीपुल, सिरसा आदि गांवों में गुलदार पशुओं को मार डाल रहा है।
ग्रामीणों के अनुसार खेती-बाड़ी पहले ही चौपट हो चुकी है अब गांव में रोजगार का एकमात्र जरिया पशुपालन भी खत्म होता जा रहा है। गुलदार एक के बाद एक पशुओं को मार डाल रहा है जिससे काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। महिलाओं का खेतों में जाना तथा बच्चों को स्कूल जाना भी मुसीबत बन चुका है। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। ग्रामीणों ने वन विभाग से गांव में पिंजरा लगा गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग उठाई है।