अयोध्या: कल्याण भदरसा में मंदिर से योगी की मूर्ति ले गई पुलिस, मचा हड़कंप
अयोध्या,अमृत विचार। योगी के मंदिर को लेकर सोहावल तहसील का कल्याण भदरसा गांव पूरी तरह हाईवोल्टेज घटनाक्रम की गिरफ्त में रहा। इस मामले को लेकर प्रशासनिक गलियारे में खासी खलबली मची हुई है। रविवार होने के बाद भी भूमि पैमाईश के लिए राजस्व टीम पहुंची। इसी दौरान भारी संख्या में पहुंची पुलिस मंदिर से योगी …
अयोध्या,अमृत विचार। योगी के मंदिर को लेकर सोहावल तहसील का कल्याण भदरसा गांव पूरी तरह हाईवोल्टेज घटनाक्रम की गिरफ्त में रहा। इस मामले को लेकर प्रशासनिक गलियारे में खासी खलबली मची हुई है। रविवार होने के बाद भी भूमि पैमाईश के लिए राजस्व टीम पहुंची। इसी दौरान भारी संख्या में पहुंची पुलिस मंदिर से योगी की मूर्ति लेकर चली गई। जिसकी पुष्टि कानूनगो, शिकायत कर्ता व ग्रामीणों ने की है जबकि पुलिस ने इंकार किया है। वहीं अमृत विचार के पास आए एक वीडियो में मंदिर खाली पाया गया है, शनिवार तक जहां योगी की मूर्ति लगी थी वहां मूर्ति नहीं दिखाई दे रही है।
कल्याण भदरसा गांव के रहने वाले प्रभाकर मौर्य योगी का मंदिर बनवाने को लेकर खासे चर्चा में आए। इसे लेकर उनके सुर्खियां बटोरने के बाद जब अमृत विचार ने उनके चाचा रामनाथ मौर्य की शिकायत को प्रमुखता से प्रकाशित किया तो खलबली मच गई। आनन – फानन में एसडीएम सोहावल मनोज कुमार श्रीवास्तव ने पूरे मामले की जांच के लिए कानूनगो को आदेश दिया। एसडीएम के निर्देश पर कानूनगो कल्याण भदरसा दयाराम वर्मा लेखपाल सूर्यभान पाठक को लेकर पैमाइश के लिए मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि प्रारम्भिक जांच में भूमि सरकारी और आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय के नाम पाई गई है शेष अभिलेखों की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि चूंकि मौके पर प्रभाकर मौर्य नहीं मिले इसलिए पैमाइश प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि मंगलवार तक एसडीएम को रिपोर्ट सौंप दी जायेगी।
बारिश के चलते गौशाला में बैठे थे, बाहर से बंद कर पुलिस ले गई मूर्ति
कल्याण भदरसा के कानूनगो दयाराम वर्मा के अनुसार बारिश होने के कारण वह लोग निकट गौशाला में कुछ देर के लिए बैठ गए थे। इसी दौरान 20 से 25 की संख्या में पुलिस कर्मी पहुंचे और गौशाला का गेट बाहर से बंद कर मूर्ति लेकर गए। उन्होंने बताया कि किसी तरह बाहर निकल कर मंदिर स्थल की दोनों ओर पैमाइश का काम किया गया। उन्होंने पुलिस की उस बात से इंकार किया है जिसमें एसओ पूराकलंदर ने फोर्स राजस्व टीम की मदद के लिए पहुंचने की बात कही है। उन्होंने कहा कि टीम को कोई पुलिस नहीं उपलब्ध कराई गई थी।
शिकायतकर्ता व ग्रामीण बोले – पुलिस ही ले गई मूर्ति
शिकायत कर्ता व मंदिर निर्माण कराने वाले प्रभाकर मौर्य के चाचा रामनाथ मौर्य ने स्पष्ट कहा कि पुलिस मूर्ति ले गई, उन्होंने पुलिस को मूर्ति ले जाते देखा है। मूर्ति को एक कपड़े से ढंक कर ले जाया गया है। गांव के रहने वाले रामजनम, हुबराज ,रामकृष्ण , नाटे निषाद और टेकई ने बताया कि रविवार को पुलिस और राजस्व विभाग की टीम पैमाइश करने के लिए गांव में आई थी। मंदिर के इर्द-गिर्द नाप जोख की गई है। इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस योगी मंदिर में रखी योगी जी की मूर्ति लेकर चली गई। पुलिस के साथ अर्द्ध सैनिक बल के भी जवान थे।
यह भी पढ़ें… अयोध्या में लता चौक के उद्घाटन के लिए लता मंगेशकर के परिवार को दिया गया न्योता
सोहावल के एसडीएम मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मंदिर निर्माण कराने वाले प्रभाकर मौर्य के मौके पर न होने के कारण पैमाइश पूरी नहीं हो सकी है। शिकायत कर्ता व उसकी मौजूदगी में पैमाइश प्रक्रिया पूरी होगी। अभी मेरे पास प्रारंभिक जांच रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है मूर्ति नहीं लाई है, फोर्स राजस्व टीम की मदद के लिए भेजी गई थी। मंदिर निर्माण कराने वाला भी गायब है, उसका मोबाइल स्विच आफ है। उसकी तलाश की जा रही है।
