उप्र: लाखों बिजली उपभोक्ताओं की जमा सिक्योरिटी को दिखा दिया जीरो

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

लखनऊ, अमृत विचार। सिक्योरिटी पर ब्याज न देना पड़े इसके लिए पावर कारपोरेशन ने सैकड़ों उपभोक्ताओं की सिक्योरिटी सिस्टम में शून्य कर दी। यह कारनामा कारपोरेशन बीते पांच सालों से कर रहा है, और सिक्योरिटी धनराशि को कंप्यूटर पर शून्य फीड किया जा रहा है। कोरपोरेशन के इस कारनामें के खुलासे पर निदेशक वाणिज्य इसे …

लखनऊ, अमृत विचार। सिक्योरिटी पर ब्याज न देना पड़े इसके लिए पावर कारपोरेशन ने सैकड़ों उपभोक्ताओं की सिक्योरिटी सिस्टम में शून्य कर दी। यह कारनामा कारपोरेशन बीते पांच सालों से कर रहा है, और सिक्योरिटी धनराशि को कंप्यूटर पर शून्य फीड किया जा रहा है। कोरपोरेशन के इस कारनामें के खुलासे पर निदेशक वाणिज्य इसे गलती बता रहे हैं।

ज्ञात हो कि प्रत्येक बिजली कनेक्शन के साथ निश्चित सिक्योरिटी धनराशि जमा करनी होती है। वाणिज्यक उपभोक्ता 1000 रुपये और घरेलू 350 रुपये प्रतिकिलोवाट सिक्योरिटी जमा करते हैं। यूपीपीसीएल इसी सिक्योरिटी पर प्रतिवर्ष बैंक दर पर ब्याज देता है।

राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने यह मामला उठाते हुए कहा कि विद्युत विभाग ने लगभग 50 लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं की जमा सिक्योरिटी को ऑन लाइन सिस्टम में शून्य व एक पैसा फीड कर दिया है। यह काम बीते पांच साल से लगातार किया जा रहा है। अब इन उपभोक्ताओं को जमा सिक्योरिटी पर ब्याज भी नहीं देना पड़ रहा है।

उपभोक्ता परिषद ने कारपोरेशन पर आरोप लगाया कि अधिकारियों ने ऐसा जानबूझकर किया ताकि वह ब्याज देने से बच सकें। निदेशक वाणिजय एके श्रीवास्तव ने इस मामले में कहा कि ऐसा गलती से हुआ है और इसमें सुधार किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि फाइल चल रही है और सिक्योरिटी जल्द ही दोबारा से सही कर दी जाएगी।

हालांकि वह यह नहीं बता सके कि आखिर पांच से चल रहे इस काम में अब तक विभाग ने क्या सुधार किया। प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं की वर्ष 2019-20 में कुल जमा सिक्योरिटी लगभग 3678 करोड़ है तथा सभी उपभोक्ताओं को लगभग 232 करोड़ का ब्याज मिलना है।

संबंधित समाचार