खटीमा: हाथियों के झुंड ने धान की फसल रौंदी, रात में पहरा लगा रहे ग्रामीण
खटीमा, अमृत विचार। भारत-नेपाल के हाथी कॉरिडोर से सटे ग्राम पचैरिया में जंगली हाथियों ने धान की फसल रौंद दी है। दो-तीन दिनों से हाथियों को लेकर दहशत व्याप्त है। ग्रामीणों को फसल बचाने के लिए रात को पहरा देना पड़ रहा है। मंडी समिति अध्यक्ष नंदन सिंह खड़ायत ने बीडीसी सदस्य मोहन महर के …
खटीमा, अमृत विचार। भारत-नेपाल के हाथी कॉरिडोर से सटे ग्राम पचैरिया में जंगली हाथियों ने धान की फसल रौंद दी है। दो-तीन दिनों से हाथियों को लेकर दहशत व्याप्त है। ग्रामीणों को फसल बचाने के लिए रात को पहरा देना पड़ रहा है। मंडी समिति अध्यक्ष नंदन सिंह खड़ायत ने बीडीसी सदस्य मोहन महर के साथ जायजा लिया। उन्होंने प्रभावित किसानों को हर संभव सहायता दिलाने का भरोसा दिलाया।
बता दें कि पिछले कुछ दशकों से खटीमा वन रेंज होकर नेपाल को जाने वाले हाथियों के पारंपरिक रास्ते में नेपाल की ओर आबादी से हाथी लालकोठी के जंगल से ही वापस लौट रहे हैं। इससे हाथियों के झुंड अक्सर यहां कई कई दिन तक डेरा डाले रहते हैं। ग्रामीणों ने हाथियों के आतंक से निजात के लिए इलेक्ट्रिक फेनसिंग तारबाड़ की मांग की है। किसान रविन्द्र कुमार और दीपक कुमार की धान की फसल को हाथियों ने रौंद दिया।
