राजू श्रीवास्तव: सबको रुलाकर दुनिया को अलविदा कह गया सबको हंसाने वाला, 50 रुपए से शुरू हुआ था गजोधर भइया का सफर

नई दिल्ली। कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का 58 साल की उम्र में दिल्ली के AIIMS में निधन हुआ। उनके परिवार ने इसकी पुष्टि की। सीने में दर्द और जिम में वर्कआउट के दौरान गिरने के बाद उन्हें 10 अगस्त को दिल्ली के AIIMS में भर्ती कराया गया था। दुनिया को अपनी कॉमेडी से गुदगुदाने वाले राजू …

नई दिल्ली। कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का 58 साल की उम्र में दिल्ली के AIIMS में निधन हुआ। उनके परिवार ने इसकी पुष्टि की। सीने में दर्द और जिम में वर्कआउट के दौरान गिरने के बाद उन्हें 10 अगस्त को दिल्ली के AIIMS में भर्ती कराया गया था।

दुनिया को अपनी कॉमेडी से गुदगुदाने वाले राजू श्रीवास्तव अब हमारे बीच नहीं रहे। दिल्‍ली के एम्‍स में 42 दिन तक जिंदगी की जंग लड़ने के बाद बुधवार 21 सितंबर की सुबह 58 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। राजू श्रीवास्तव को 10 अगस्त को कार्डिएक अरेस्ट के बाद से एम्स में भर्ती किया गया था। वह तभी से कोमा में थे और आईसीयू में वेंटिलेटर पर थे। हालांकि, बीच में कई बार उनके शरीर में हरकत जरूर हुई, लेकिन वह होश में नहीं आ सके।

राजू श्रीवास्तव के निधन की खबर से इंडस्ट्री से लेकर उनके फैन्स तक के बीच गम का माहौल है। राजू श्रीवास्तव की फैमिली में इस वक्त मातम पसर गया है। हर दिन, हर पल, हर कोई यही उम्‍मीद लगाए बैठा था कि राजू श्रीवास्‍तव एक दिन आंखें खोलेंगे, होश में आएंगे और गजोधर बनकर फिर से सबको हंसाएंगे। लेकिन ऐसा हो न सका। डॉक्टरों ने बुधवार को आख‍िरकार फैमिली को यह कहते हुए जवाब दे दिया उनका ब्रेन तक ऑक्‍सीजन नहीं पहुंच रहा है।

राजू श्रीवास्तव के निधन की खबर ने सबको चौंका दिया है, क्‍योंकि बीच में परिवारवालों की तरफ से यही कहा जा रहा था कि उनकी तबीयत में सुधार हो रहा है। हालांकि, डॉक्‍टरों ने उन्‍हें ब्रेन डेड घोष‍ित भी कर दिया था। बीच में उन्‍हें तेज बुखार भी आया था, शरीर में इंफेक्‍शन होने की बात भी सामने आई थी। डॉक्टरों ने उनके सिर का सीटी स्कैन कराया तो दिमाग के एक हिस्से में सूजन मिली थी। 15 दिन बाद जानकारी मिली कि उन्होंने अपना एक पैर मोड़ा था, लेकिन उन्हें होश नहीं आया और उनका ब्रेन भी रिस्पॉन्स नहीं कर रहा था।

AIIMS में राजू की एंजियोप्लास्टी की गई थी, जिसमें हार्ट के एक बड़े हिस्से में 100% ब्लॉकेज मिला। राजू अपने पीछे परिवार में पत्नी शिखा, बेटी अंतरा, बेटा आयुष्मान, बडे़ भाई सीपी श्रीवास्तव, छोटे भाई दीपू श्रीवास्तव, भतीजे मयंक और मृदुल को बिलखता छोड़ गए हैं। उनका पूरा परिवार दिल्‍ली में ही है।

राजू श्रीवास्‍तव एम्‍स में सबसे दिग्‍गज डॉक्‍टरों की टीम की निगरानी में थे। उनके मौत के कारण की सबसे बड़ी वजह यही बनी है कि उनके ब्रेन तक ऑक्‍सीजन सप्‍लाई से ही जा रही थी। डॉक्‍टरों को उम्‍मीद थी कि लगातार मैनुअल ऑक्‍सीजन सप्‍लाई से एक समय ब्रेन के सेल्‍स खुद काम करना शुरू कर देंगे लेकिन ऐसा नहीं पाया।

राजू श्रीवास्तव की हेल्थ को लेकर लगातार अपडेट भी आ रहे थे और कहा जा रहा था कि उनके शरीर के कुछ हिस्सों में हलचल है। पिछले दिनों उनके मैनेजर की तरफ से यह भी कहा जा रहा था कि डॉक्टरों ने बताया है कि एक वीक के भीतर वह होश में आ सकते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से यह सच साबित हो नहीं हो पाया। इस दौरान रोज उन्हें चाहने वाले ये दुआएं कर रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि डॉक्टरों ने ब्रेन डेड होने के साथ-साथ यह भी कह दिया था कि उनका हार्ट भी काम नहीं कर रहा। डॉक्टरों ने बुधवार को उनकी फैमिली को जवाब दे दिया।

राजू श्रीवास्तव 10 अगस्त को दिल्‍ली में काम के सिलसिले में थे। वह हर दिन की तरह होटल में ट्रेडमिल पर वर्कआउट कर रहे थे और इसी दौरान उन्हें अटैक आया और वह बेहोश हो गए। उन्हें फौरन दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया। हॉस्पिटलाइजेशन के बाद से ही वह वेंटिलेटर पर थे और बताया जा रहा था कि उनके ब्रेन ने काम करना बंद कर दिया है। इलाज के दौरान डॉक्टरों ने दो स्टेंट लगाए थे। इसके बाद 13 अगस्त एमआरआई में राजू श्रीवास्तव के सिर की एक नस दबी होने की बात भी बताई गई।

डॉक्टरों की तरफ से राजू श्रीवास्तव के निधन की वजह ब्रेन में ऑक्‍सीजन नहीं पहुंचना, मल्टीपल ऑर्गन फेल्योर बताई जा रही है। मल्टीपल ऑर्गन फेल्योर यानी जब शरीर के दो से ज्यादा अंग काम करना बंद करते हैं। इसे मल्टीपल ऑर्गन डिसफंक्शन सिंड्रोम भी कहते हैं जो अधिकतर मामलों में जानलेवा साबित होता है और राजू श्रीवास्तव केस में भी यही हुआ है।

बताया जा रहा है कि राजू श्रीवास्तव को हार्ट से जुड़ी समस्या पहले भी हो चुकी थी। खबर है कि हार्ट की प्रॉब्लम को लेकर पहली बार उन्हें 10 साल पहले मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था और दूसरी बार 7 साल पहले हार्ट की वजह से ही मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती हुए थे। बताया जाता है कि डॉक्टरों की तरफ से राजू को कोई ऐसी सलाह भी नहीं थी कि उन्हें हेवी वर्कआउट से बचना चाहिए। जिस दिन वह वर्कआउट के दौरान बेहोश हुए थे, वह उतने ही नॉर्मल थे जितना कि एक आम इंसान होता है।

राजू श्रीवास्‍तव जब हॉस्पिटलाइज थे तो उनकी बेटी अंतरा श्रीवास्तव ने कहा था, मेरे पापा काम के लिए सिलसिले में अक्‍सर दिल्ली और देशभर के अन्य शहरों में जाते रहते हैं। वह हर दिन जिम में वर्कआउट करते हैं। यह उनका डेली रूटीन है। वह पूरी तरह से ठीक थे। हम सब शॉक्‍ड हैं कि ऐसा कैसे हो गया। उनकी तबीयत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। हम उम्‍मीद करते हैं कि वह जल्‍द स्‍वस्‍थ हो जाएंगे। तब अंतरा ने यह भी कहा था कि पूरी मेडिकल टीम अपना बेस्‍ट दे रही है।

ऑटो चलाकर खर्चा करते थे राजू
राजू श्रीवास्तव के लिए फेम और नेम पाना इतना भी आसान नहीं था। छोटे से शहर से निकलकर राजू श्रीवास्तव जब कॉमेडियन बनने का सपना लेकर मुंबई आए तो उन्हें काफी तंगहाली का भी सामना करना पड़ा था। घर से भेजे गए पैसों में मुंबई जैसे शहर में उनका खर्च पूरा नहीं हो पाता था। अपने खर्चों को पूरा करने के लिए राजू श्रीवास्तव ने मुंबई आकर ऑटो रिक्शा तक चलाएरिपोर्ट्स की मानें तो ऑटो चलाते हुए ही उन्हें अपना पहला ब्रेक मिला था, जो ऑटो में बैठी सवारी की वजह से ही मिला था। राजू श्रीवास्तव के बारे में ऐसी भी भी खबरे हैं कि उन्होंने शुरुआत में 50 रुपये में भी कॉमेडी की है, लेकिन आज राजू श्रीवास्तव कॉमेडी की दुनिया का बड़ा नाम बन गए थे। उनकी बड़ी फैन फॉलोइंग तगड़ी है। आज उनका हर फैन उनके ना रहने पर रो रहा है।

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