सीतापुर: नलकूप विभाग का गेस्ट हाउस बना खंडहर, अब जानवर करते हैं आराम
पिसावां/सीतापुर। कस्बे में स्थित नलकूप विभाग का बेहद आकर्षक गेस्ट हाउस खंडहर में तब्दील हो गया है। कस्बे में बने गेस्ट हाउस की लान तरह तरह के फूलों से महकती फुलवाड़ी का खूबसूरत नजारा देखने लायक होता था। लोग घण्टो फुलवाड़ी में बैठकर समय पास करने जाते थे। लेकिन विभागों से लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों की …
पिसावां/सीतापुर। कस्बे में स्थित नलकूप विभाग का बेहद आकर्षक गेस्ट हाउस खंडहर में तब्दील हो गया है। कस्बे में बने गेस्ट हाउस की लान तरह तरह के फूलों से महकती फुलवाड़ी का खूबसूरत नजारा देखने लायक होता था। लोग घण्टो फुलवाड़ी में बैठकर समय पास करने जाते थे। लेकिन विभागों से लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों की लापरवाही के कारण यह सुंदर गेस्टहाउस बर्बादी के कगार पर है।
गेस्टहाउस पर न तो सिचाई विभाग ने ध्यान दिया, न ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इसकी सुध ली। इसके चलते गेस्टहाउस खंडहर में तब्दील हो गया। करीब पचास वर्ष पहले बने नलकूप विभाग के गेस्ट हाउस में 1977 में राज्य के तत्कालीन मुख्य मंत्री नारायण दत्त तिवारी 1986 में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मोहसिना किदवई विश्राम कर चुकी हैं आज का आलम यह है कि पूरे परिसर में झाड़ियों की भरमार है लोग यहां शौच के लिये आते गेस्ट हाउस में गंदगी का अंबार है।
जहां महेशी विश्राम करते हैं गेस्ट हाउस में रखे फर्नीचर दरवाजे व खिड़कियों को दीमक चट कर चुके हैं बाकी बचे दरवाजे खिड़की पर चोर हाथ साफ कर रहे हैं यहाँ पर बने जेई आवास में जेई कभी भी रुके ही नही यहां पर तैनात चौकीदार की अनदेखी के चलते पल्ले दरवाजे चोरी हो चुके हैं यहां तक कि ईंटे भी चोरी हो चुकी हैं परिसर में लगे करीब दो दर्जन प्रतिबंधित पेड़ बगैर नीलामी के काटकर गायब हो गये।
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