अयोध्या: बारिश के चलते जगह-जगह हुआ जलभराव, खुली एडीए के विकास की पोल

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अयोध्या। जनपद में बारिश का सिलसिला अभी थमा नहीं है। गुरुवार से हो रही बारिश शुक्रवार को मंद जरूर हुई, लेकिन रुकी नहीं। बूंदाबांदी तो कभी तेज बरसात ने लोगों को घरों में दिन भर कैद रखा। नगर के कई क्षेत्रों में जलभराव की समस्या बनी रही। इस समस्या का सबसे बड़ा कारण शहर का …

अयोध्या। जनपद में बारिश का सिलसिला अभी थमा नहीं है। गुरुवार से हो रही बारिश शुक्रवार को मंद जरूर हुई, लेकिन रुकी नहीं। बूंदाबांदी तो कभी तेज बरसात ने लोगों को घरों में दिन भर कैद रखा। नगर के कई क्षेत्रों में जलभराव की समस्या बनी रही। इस समस्या का सबसे बड़ा कारण शहर का अनियोजित विकास भी माना जा रहा है। बिना लेआउट के आधा शहर बसा दिया गया और अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) के अधिकारी अपनी मुट्ठी बांधे रहे, जिसके चलते आज लोगों को जलभराव का संकट झेलना पड़ रहा है।

अयोध्या महानगर के लगभग आधे शहर में जलभराव और जलनिकासी की समस्या खासतौर से उन लगभग 40 नई कॉलोनियों में भी है, जो विकास प्राधिकरण की अनदेखी और खाऊ-कमाऊ नीति के चलते बगैर लेआउट के बस गई हैं। यहां जल निकासी के प्रबंध कॉलोनियों में भी नहीं किए गए हैं और वहां का पानी आगे कहां निकलकर जाएगा इसका भी प्रबंध नहीं है। इन कॉलोनियों के अनियोजित तरीके से बस जाने से शहर के पहले की कॉलोनियां भी जलभराव की समस्या से घिर गई हैं।\

मंगलवार से हो रही बारिश के बाद पूरा शहर पानी-पानी हो गया है। नगर के रिकाबगंज, बल्लाहाता, रामनगर, देवकाली, जलवानपुरा, बछड़ा सुल्तानपुर, समेत कई इलाकों में कीचड़ के बीच चलना दूभर हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों का भी कुछ यही हाल है। रुदौली प्रतिनिधि के अनुसार बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। नगर का एक मात्र राजकीय कन्या विद्यालय भी तालाब में तब्दील हो चुका है। बीकापुर प्रतिनिधि के अनुसार पानी के अभाव में सूख रही गन्ने, चरी और धान की फसल को फायदा पहुंचा है।

हवा के साथ बरसात होने के चलते कुछ किसानों के गन्ने की फसल गिर जाने से नुकसान भी हुआ है। कद्दू, लौकी, अरबी, नेनुआ सहित कम पानी वाली सब्जियों के खेत में पानी भर जाने से सब्जी किसानों का काफी नुकसान हुआ है। सड़क के गड्ढों में पानी भर जाने से जलभराव और कीचड़ के चलते लोगों को आवागमन में दुश्वारियो का सामना करना पड़ रहा है। कृषि वैज्ञानिकों द्वारा हो रही बरसात को रबी सीजन के लिए भी अच्छा माना जा रहा है।

जाना बाजार प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र के किसान श्याम जी यादव, शारदा दुबे, भोला पांडे, राम जी वर्मा, राजेश वर्मा, अमरजीत वर्मा आदि सैकड़ों किसान हो रही बारिश से गदगद हैं। आचार्य नरेंद्र देव कृषि विवि के मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को अधिकतम तापमान 30.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बारिश 35 मिमी का अनुमान है। शनिवार को भी बारिश की संभावना है।

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