बहराइच: झूम के बरसे बदरा, धान की फसल के लिए संजीवनी
बहराइच, अमृत विचार। मानसून सत्र के अंतिम समय में जमकर बारिश हो रही है। यह बारिश धान की फसल के लिए रामबाण साबित होगी। वहीं उपज भी बेहतर होगी। बारिश होने के चलते किसानों के चेहरे खिल गए। खेतों के साथ सड़कों पर पानी भरा हुआ है। कृषि वैज्ञानिक के मुताबिक दोपहर तक 40 मिलीमीटर …
बहराइच, अमृत विचार। मानसून सत्र के अंतिम समय में जमकर बारिश हो रही है। यह बारिश धान की फसल के लिए रामबाण साबित होगी। वहीं उपज भी बेहतर होगी। बारिश होने के चलते किसानों के चेहरे खिल गए। खेतों के साथ सड़कों पर पानी भरा हुआ है। कृषि वैज्ञानिक के मुताबिक दोपहर तक 40 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है। अभी दो दिन और बारिश की संभावना है।
जिला तराई क्षेत्र में आता है। इस बार अनुमान के मुताबिक बारिश नहीं हुई है। जिससे किसान इस बार धान के फसलों की सिंचाई पंपिंग सेट से कर रहे थे। लेकिन इस पानी से फसल बेहतर नहीं हो रही थी। सभी के चेहरे पर उदासी थी। अब मानसून सत्र का अंतिम समय चल रहा है। अंतिम समय में बुधवार सुबह रिमझिम बारिश शुरू होकर थम गई थी। लेकिन गुरुवार सुबह से मूसलाधार बारिश हो रही है। इससे सूखे की मार झेल रहे किसानों के चेहरे पर रौनक लौट आई। सूख रही फसल को बारिश ने संजीवनी दी है। धान के फसल का खेत पानी से भर गया है। साथ ही सड़क और गालियां जलभराव से लबालब हो गई हैं। किसान इस बारिश से काफी खुश हैं। जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पांडेय ने बताया कि सही समय पर बारिश शुरू हुई है। इससे धान, गन्ना, मक्का की फसल को काफी लाभ होगा। धान की उपज अधिक होगी।
दो दिन होगी वर्षा, डालें खाद
मौसम वैज्ञानिक विनायक शाही ने बताया कि गुरुवार सुबह से तेज बारिश शुरु हुई है। अभी एक दिन में 40 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है। यह 80 मिलीमीटर तक जाएगा। बारिश शुक्रवार को भी जारी रहेगा। ऐसे में किसान धान की फसल में यूरिया के साथ जिंक का छिड़काव करें।
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