निपुण भारत मिशन : अब शिक्षण दक्षता के साथ बच्चे सीखेंगे दोस्तों और शिक्षकों से बात करने का सलीका
मुरादाबाद,अमृत विचार। बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए चल रहे निपुण भारत मिशन के तहत कक्षा और उम्र के अनुसार तय लक्ष्य हासिल करना है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा और प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने अधिकारियों से इसी अनुरूप कक्षाओं में छात्रों को दक्ष करने का आदेश दिया है। …
मुरादाबाद,अमृत विचार। बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए चल रहे निपुण भारत मिशन के तहत कक्षा और उम्र के अनुसार तय लक्ष्य हासिल करना है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा और प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने अधिकारियों से इसी अनुरूप कक्षाओं में छात्रों को दक्ष करने का आदेश दिया है। इसके लिए मंगलवार को राज्य स्तर की टीम ने शिक्षाधिकारियों को भी प्रशिक्षित किया था।
निपुण भारत मिशन के तहत प्राथमिक कक्षाओं में सार्वभौमिक मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान प्राप्त करने और कक्षा-तीन तक के सभी बच्चों को पढ़ने-लिखने और संख्या ज्ञान बढ़ाने का लक्ष्य है। कक्षा तीन के छात्रों को घर या स्कूल में उपयुक्त शब्दावली का उपयोग करने की सीख दी जा रही है। बाल वाटिका, कक्षा 1-3 के लिए शब्दों के लिखने-पढ़ने का अभ्यास कराना है। इसको लेकर शिक्षकों को तो जिले स्तर पर प्रशिक्षित किया जा चुका है और यह जारी भी है।
इसी कड़ी में मंगलवार को पंचायत भवन सभागार में राज्य स्तरीय विशेषज्ञों ने मंडलायुक्त की मौजूदगी के दौरान मंडल के पांचों जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों और शिक्षाधिकारियों को उद्देश्य, लक्ष्य और कार्य योजना की पूरी जानकारी दी थी। प्रभारी एडी बेसिक और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बुद्ध प्रिय सिंह का कहना है कि निपुण भारत मिशन के लक्ष्य को शासन की मंशा के अनुसार लागू कराने में लगे हैं। तय लक्ष्य को हासिल करने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया है।
जिला स्तर पर यह है टास्क फोर्स
जिलाधिकारी अध्यक्ष
मुख्य विकास अधिकारी उपाध्यक्ष
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सदस्य सचिव
इनके अलावा मुख्य चिकित्साधिकारी, प्राचार्य डायट, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी आईसीडीएस, जिला परिवीक्षा अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी, जिला युवा कल्याण अधिकारी आदि को सदस्य नामित किया गया है।
इन बिंदुओं पर रखना है ध्यान
- कक्षा तीन में घर या स्कूल में उपयुक्त शब्दावली का उपयोग
- लिखने के लिए क्रिया शब्दों, नामकरण और विराम चिह्नों के बारे में होनी है दक्षता
- समुदाय एवं ग्राम पंचायत के माध्यम से होगी शिक्षक अभिभावक संघ की बैठक
- शिक्षण में वीडियो का होगा अधिक प्रयोग
- दोस्तों व शिक्षकों से बात करना।
- अपने आसपास की वस्तुओं के संदर्भ में तुलनात्मक शब्दों का उपयोग करना।
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