बरेली: दादी के फोन पर आई कॉल ने पुलिस को हत्यारों तक पहुंचाया, हिरासत में आरोपी
बरेली, अमृत विचार। शिवम, रजत और आशीष अक्सर साथ में शराब पीते थे। आशीष का मोबाइल कुछ समय पहले खराब हो गया था। उसके खास दोस्त उससे बात करने के लिए उसकी दादी को फोन किया करते थे। सोमवार को शिवम ने दादी के मोबाइल पर फोन कर आशीष से बातचीत की थी। बात करने …
बरेली, अमृत विचार। शिवम, रजत और आशीष अक्सर साथ में शराब पीते थे। आशीष का मोबाइल कुछ समय पहले खराब हो गया था। उसके खास दोस्त उससे बात करने के लिए उसकी दादी को फोन किया करते थे। सोमवार को शिवम ने दादी के मोबाइल पर फोन कर आशीष से बातचीत की थी। बात करने के बाद आशीष ने नंबर डिलीट कर दिया था। पुलिस ने जांच की तो सच्चाई सामने आ गई। वह आरोपियों तक पहुंच गई।
सोमवार रात करीब 9:30 बजे आशीष की दादी के मोबाइल पर किसी ने फोन किया। आशीष ने काॅलर से बात की। इसके बाद उसने मां से कहा कि वह अंडे खाएगा। अंडे लेने के लिए घर से निकल गया, लेकिन वापस नहीं आया। परिजनों ने इधर उधर तलाश किया, लेकिन कहीं से कोई जानकारी नहीं मिली।
परिजनों ने सोचा कि हो सकता है कि किसी दोस्त के साथ चला गया हो। सुबह उसका शव मिलने से हंगामा मच गया। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि उसके दोस्त ने रात में दादी के नंबर पर फोन किया था। बाद में उस नंबर को आशीष ने डिलीट कर दिया गया। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से उस नंबर का पता लगाया तो वह शिवम का निकला। पुलिस ने उसे व उसके साथी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। उनका कहना था कि वह आशीष की हत्या नहीं करना चाहते थे, लेकिन गंभीर चोट लगने से वह मर गया।
भाई के शव से लिपटकर रोई
आशीष की मौत की खबर सुनकर परिजनों के साथ बहन आकांक्षा भी मौके पर पहुंच गई। शव से लिपट कर रोने लगी। इस दौरान वह बदहवास हो गई।
घर से 200 मीटर पहले की घटना
जिस स्थान पर घटना हुई, वहां से आशीष के घर की दूरी लगभग 200 मीटर है। रात में तीनों ने एक साथ शराब पी। रात 11:30 बजे के बाद उनका विवाद हुआ। आसपास सन्नाटा होने के कारण आशीष की कोई चीख भी नहीं सुन सका।
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