इटावा: भरथना में दलित गांव के वाशिंदों को नहीं मिला रास्ता, गांव में जल निकासी भी बनी बड़ी समस्या
भरथना/इटावा। भरथना तहसील के महेवा विकास खण्ड क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम पंचायत कुशगवां अहिरान के एक मजरा दलित गांव अड्डा खुशहाल के वाशिंदे वर्तमान सरकार में आज भी ऊंच नीच के बीच त्रिस्कार की जिंदगी जीने को मजबूर बने हुए हैं। ग्राम अड्डा खुशहाल के वाशिंदों की मानें तो उनके गांव में एक ही वर्ग और …
भरथना/इटावा। भरथना तहसील के महेवा विकास खण्ड क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम पंचायत कुशगवां अहिरान के एक मजरा दलित गांव अड्डा खुशहाल के वाशिंदे वर्तमान सरकार में आज भी ऊंच नीच के बीच त्रिस्कार की जिंदगी जीने को मजबूर बने हुए हैं। ग्राम अड्डा खुशहाल के वाशिंदों की मानें तो उनके गांव में एक ही वर्ग और एक ही जाति के करीब एक सैकड़ा से अधिक परिवार सैकड़ों बर्षो से निबास कर रहे हैं, उनके गांव की कुल आबादी पांच सैकड़ा से अधिक है जबकि उनके गांव में दो सैकड़ा से अधिक मतदाता मौजूद हैं।
ग्राम प्रधान राजेश कुमार ग्रामीण शेर सिंह, जेसी राम, आनन्द कुमार, सुरजन सिंह, भूरे सिंह, धर्मवीर, रमेश चन्द्र,सरदार सिंह सहित तीन दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने सोमवार को भरथना तहसील मुख्यालय पर पहुंच कर एसडीएम विजय शंकर तिवारी को एक प्रार्थना पत्र सौंप कर दलित गांव का बन्द रास्ता खुलवाए जाने व गांव में वर्षो से भरे गन्दे पानी की निकासी कराये जाने की गुहार लगाई है।
ग्रामीणों द्वारा भरथना एसडीएम विजय शंकर तिवारी को सौंपे गए प्रार्थना पत्र में बताया गया है कि उनके गांव को आने जाने बाला मुख्य मार्ग सरकारी अवलेखों में आज भी मौजूद है,लेकिन आसपास के दबंग कृषकों ने मार्ग को तोड़कर अपनी खेती में मिला कर जबरन कब्जा कर रखा है। प्रधान राजेश कुमार ने बताया कि दलित ग्रामीणों का इकलौता मजरा है, गांव में आवश्यकता अनुसार नाली, पेयजल आदि विद्युत व्यवस्था मौजूद है।
लेकिन उक्त गांव में भरे गन्दे पानी की निकासी और गांव में आने जाने के रास्ते को दबंग कब्जा किये हुए है, जिसके सम्बन्ध में वे स्वम और ग्रामीण इटावा जिलाधिकारी व भरथना उपजिलाधिकारी सहित तमाम तहसील दिवसों में दर्जनों बार दलित गांव का आम रास्ता खुलवाने और गांव के जल निकासी के लिए गुहार लगा चुके हैं लेकिन अभी तक वर्तमान सरकार के अफसरों ने दलितों की इस समस्या का कोई इलाज नही किया है।
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