हरदोई: बेटे का नहीं, बुज़ुर्ग का शव कर दिया सुपुर्द, एयरपोर्ट के अफसर जिम्मेदार
हरदोई। मुम्बई में नौकरी करने गया युवक घर वापस लौट रहा था। इसी बीच वहीं ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। युवक का शव मुम्बई एयरपोर्ट से लखनऊ लाया गया। जिस ताबूत में उसका शव था,वह रह गया और उसके घर वालों को एक बुज़ुर्ग का शव सुपुर्द कर दिया गया। …
हरदोई। मुम्बई में नौकरी करने गया युवक घर वापस लौट रहा था। इसी बीच वहीं ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। युवक का शव मुम्बई एयरपोर्ट से लखनऊ लाया गया। जिस ताबूत में उसका शव था,वह रह गया और उसके घर वालों को एक बुज़ुर्ग का शव सुपुर्द कर दिया गया।
ताबूत के खोले जाने पर जब इसका पता हुआ,तो घर वाले हैरान रह गए। उन्होंने एयरपोर्ट के अफसरों को इस बारे में बताया। उधर से जवाब दिया गया कि शव दूसरी फ्लाइट से भेजा जा रहा है। इसके लिए एयरपोर्ट के अफसरों को ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है।
बताते हैं कि हरपालपुर थाने के करनपुर मतनी निवासी हकीक खां का 22 वर्षीय अमन मुम्बई में नौकरी करने के लिए गया हुआ था। 8 सितंबर को वह घर आने के लिए वहां से निकला। उसी बीच बोरीवली स्टेशन पर वह किसी दूसरी ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। अमन का शव एक ताबूत में रख कर उसे मुम्बई एयरपोर्ट से रवाना किया गया। जिसे लखनऊ एयरपोर्ट पर पहुंचे अमन के घर वालों के सुपुर्द किया गया।
ताबूत जब गांव ला कर खोला गया तो उसके अंदर किसी बुज़ुर्ग का शव रखा था। जिसे देख कर अमन के घर वाले हैरान रह गए। उनका कहना है कि एयरपोर्ट के अफसरों की लापरवाही के चलते ऐसा हुआ। उधर एयरपोर्ट के अफसरों ने जवाब दिया कि अमन का शव दूसरी फ्लाइट से लाया जा रहा है। जिस बुज़ुर्ग का शव उस ताबूत में था,वह बिहार का बताया गया है।
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