बरेली: नगर निगम बोर्ड की बैठक में उठा डोर-टू-डोर घपले का मुद्दा

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बरेली, अमृत विचार। नगर निगम सभागार में शहर से जुड़े कार्यों को लेकर बोर्ड बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में नगर आयुक्त निधि वत्स गुप्ता, महापौर उमेश गौतम समेत पार्षद मौजूद रहे। इस दौरान सपा दल के पार्षद राजेश अग्रवाल ने डोर टू डोर घपले को लेकर कहा कि मुख्य नगर लेख परीक्षक और …

बरेली, अमृत विचार। नगर निगम सभागार में शहर से जुड़े कार्यों को लेकर बोर्ड बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में नगर आयुक्त निधि वत्स गुप्ता, महापौर उमेश गौतम समेत पार्षद मौजूद रहे। इस दौरान सपा दल के पार्षद राजेश अग्रवाल ने डोर टू डोर घपले को लेकर कहा कि मुख्य नगर लेख परीक्षक और अपन नगर आयुक्त के हस्ताक्षर के बाद भी भष्ट्राचार हुआ है।

पार्षद इस घोटाले को लेकर तीन साल से सूची मांग रहे हैं, लेकिन उन्हें आज तक सूची उपलब्ध नहीं कराई गई है। साथ ही नगर निगम ने बगैर विज्ञापन उपविधि के कार्यकारिणी व बोर्ड में प्रस्ताव के बिना ठेके कैसे दे दिए। साथ ही तीन साल से विज्ञापन के प्रस्ताव पास कराकर कभी कभी दरें बढ़ाना तो कभी दरें कम करना किसके आदेश पर किया जा रहाा है।

कहा कि उदयपुर खास के ईडब्लूएस मकानों की रजिस्ट्री की अनुमति किस नियम के तहत दी गई। इस सवाल का जवाब भी नगर निगम के अधिकारी नहीं दे पाए। वहीं हाउस टैक्स को लेकर कर दाताओं को नोटिस दिया जा रहा है। इसकी र्कोफाइल बनी है तो केवल ललतेश सक्सेना टैक्स की फाइल दिखाने के बदले बिलों की गड्डी ही दिखा पाए।

महापौर ने कहा कि पहले इसकी फाइले बनाओ कार्यकारिणी में प्रस्ताव पास होने के बाद ही नोटिस जारी किया जाए। प्रश्नकाल में स्मार्ट सिटी योजना पर भी सवाल उठाए गए। सड़कों पर अतिक्रमण कर छोटा किया जा रहा है। जिस पर अधिकरी वाले गमले पीछे कर देंगे और पार्षदों को इस तरह की बात कर गुमराह करते नजर आए। वहीं 91/2के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई लेकिन कोई स्पष्ट बात नहीं हुई। साथ ही पढ़े लिखे कर्मचारियों को सफाई कर्मचारी क्यों नियुक्त कर रखा है इस पर भी चर्चा हुई।

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