मुरादाबाद : मुख्यमंत्री के नाम पर प्रशासन-पुलिस की मनमानी, यहां पढ़ें पूरी खबर

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मुरादाबाद,अमृत विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बैठक, स्थलीय निरीक्षण के कार्यक्रम को लेकर प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने ऐसा हौव्वा बनाया कि जनता, विपक्ष के नेता और मीडिया के प्रतिनिधि भी इसमें पिस गए। सड़क पर जगह-जगह बैरिकेडिंग कर जहां रास्ता रोका गया, वहीं लोगों को घरों में दुबकने को मजबूर कर मानो अघोषित कर्फ्यू …

मुरादाबाद,अमृत विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बैठक, स्थलीय निरीक्षण के कार्यक्रम को लेकर प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने ऐसा हौव्वा बनाया कि जनता, विपक्ष के नेता और मीडिया के प्रतिनिधि भी इसमें पिस गए। सड़क पर जगह-जगह बैरिकेडिंग कर जहां रास्ता रोका गया, वहीं लोगों को घरों में दुबकने को मजबूर कर मानो अघोषित कर्फ्यू जैसी स्थिति कर दी।

मुख्यमंत्री को 11.15 बजे सर्किट हाउस में मंडलीय समीक्षा बैठक और जन प्रतिनिधियों के साथ भेंट मुलाकात करनी थी। इसके बाद उनका लाकड़ी फाजलपुर और मैनाठेर में गोशाला का निरीक्षण कार्यक्रम था। लखनऊ लोकभवन से कार्यक्रम जारी होते ही यहां के अधिकारियों को मानों करंट लग गया। इसके बाद तो वह चकरघिन्नी बनकर दौड़ते भागते नजर आए। शुक्रवार को जहां सुबह से लेकर रात तक हूटर बजाते अधिकारियों के वाहन दौड़ते रहे। तो लाकड़ी फाजलपुर में प्रधानमंत्री आवास के लाभार्थियों को साधने में भी अधिकारियों ने मेहनत की।

मीडिया को दूर रखकर खुद को सेफ जोन में डालने के काम में अधिकारी पूरे समय लगे रहे। यही नहीं सर्किट हाउस में जन प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात के लिए तय वक्त में जब सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधि और पार्टी पदाधिकारी पहुंचे तो उनकी गाड़िया देखकर पुलिस अधिकारी व प्रशासन के प्रति मुस्कराते हुए उनको रास्ता दिया तो सैल्यूट कर खुद की नजदीकी भी दिखाने में लगे रहे। लेकिन जैसे ही समाजवादी पार्टी के स्थानीय सांसद डा. एसटी हसन, बिलारी विधायक मोहम्मद फहीम और अन्य जन प्रतिनिधियों की गाड़ी गेट पर पहुंची तो गाड़ियों के काफिले को रोक लिया गया। करीब 15 मिनट तक गेट पर सांसद व सपा के अन्य विधायकों की गाड़ी चेकिंग के नाम पर रुकी रहीं, इसे गाड़ियों के काले रंग से जोड़ कर देखने की चर्चा रही।

सांसद ने तो मीडिया प्रतिनिधियों से यहां तक कहा कि बुलाने पर मिलने आएं हैं फिर भी यह सलूक, आप खुद ही देखिए। यही स्थिति मीडिया के प्रतिनिधियों के साथ भी रही। कार्यक्रम के कवरेज के लिए जारी पास को धता बताते हुए सर्किट हाउस परिसर में जाने से रोक दिया गया। गर्मी में तरबतर मीडिया के प्रतिनिधियों ने जब नाराजगी जताई तो अंदर से आए एक प्रशासनिक अधिकारी ने माहौल को शांत करने की कोशिश की। अंदर जाने के बाद भी अधिकारी चाहते थे मुख्यमंत्री मीडिया के प्रतिनिधियों से बातचीत के लिए न रुकें, गाड़ी तैयार कर उन्हें बैठने के लिए रास्ता दिया लेकिन, मुख्यमंत्री ने वहां डायस पर माइक देखते हुए उठा लिया और फिर अपनी और सरकार की उपलब्धि गिनाई।

सरकारी विश्वविद्यालय व एम्स बनाने की सांसद ने मांग रखी
सांसद डॉ. एसटी हसन ने सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से मुलाकात की। बैठक में उनके सामने जनहित से जुड़े मुद्दे उठाया। सांसद ने सरकारी विश्वविद्यालय और एम्स बनाने की मांग मुख्यमंत्री के सामने रखी। बैठक और मुलाकात के बाद बाहर निकलने पर सपा सांसद डॉ. एसटी हसन ने कहा कि मुख्यमंत्री से अच्छे माहौल में बात हुई। बीमारों के इलाज के बेहतर प्रबंध के लिए एम्स और सरकारी विश्वविद्यालय स्थापित कराने की मांग जनहित में रखा। जिस पर उन्होने सहमति भी जताई। सपा सांसद ने मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि वह सबके मुख्यमंत्री हैं। हालांकि उन्होने आजम खान के सवाल पर चुप्पी साध ली। उनके साथ बिलारी के सपा विधायक मोहम्मद फहीम अंसारी, मुरादाबाद देहात विधायक नासिर कुरैशी, कांठ विधायक कमाल अख्तर, ठाकुरद्वारा नबाव जान, कुन्दरकी जियाउरहमान बर्क आदि भी रहे।

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