बिहार में अपहरण के मामले में आरोपी कार्तिकेय सिंह ने मंत्री पद से दिया इस्तीफा, आज कोर्ट में पेशी
पटना। बिहार में मंत्रियों के विभागों के फेरबदल के बाद गन्ना उद्योग मंत्री बनाए गए पूर्व कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्री का इस्तीफा स्वीकार करते हुए इसे राज्यपाल के पास भेज दिया है। गौरतलब है कि कार्तिकेय कुमार 2014 के अपहरण के एक …
पटना। बिहार में मंत्रियों के विभागों के फेरबदल के बाद गन्ना उद्योग मंत्री बनाए गए पूर्व कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्री का इस्तीफा स्वीकार करते हुए इसे राज्यपाल के पास भेज दिया है। गौरतलब है कि कार्तिकेय कुमार 2014 के अपहरण के एक मामले में आरोपी हैं। इसी मामले में आज कोर्ट में कार्तिकेय सिंह की पेशी भी है।
बिहार सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कार्तिक कुमार ने कहा है, बीजेपी के लोगों को हम पच नहीं रहे थे…भूमिहार समाज से…मंत्री होना उनको अच्छा नहीं लगा। उन्होंने कहा, मैं 28 साल तक सरकारी शिक्षक रहा…हम ज़मीन से जुड़े हुए लोग हैं।
बिहार के मंत्री कार्तिक कुमार उर्फ कार्तिकेय सिंह ने गन्ना उद्योग मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बुधवार को सीएम नीतीश कुमार को अपना इस्तीफा भेजा। विवादों में आने के बाद आज ही सीएम नीतीश ने उनका विभाग बदला था। बताया जा रहा है कि कार्तिक कुमार को कानून मंत्री से हटाकर गन्ना उद्योग विभाग पकड़ा दिया गया, इससे वे नाराज हो गए। मुख्यमंत्री ने उनका इस्तीफा मंजूर करके राज्यपाल फागू चौहान को अनुशंसा भेज दी है।
कार्तिकेय सिंह के इस्तीफे के बाद सीएम नीतीश ने राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता को गन्ना उद्योग विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्तिक कुमार के विवादों में आने के बाद बुधवार को ही उनका विभाग बदल दिया। उनसे कानून विभाग छीनकर गन्ना उद्योग विभाग पकड़ा दिया गया। वहीं, गन्ना उद्योग मंत्री रहे शमीम अहमद को कानून मंत्री बना दिया गया। इससे कार्तिकेय सिंह नाराज बताए जा रहे थे और उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को सौंप दिया।
क्यों विवादों में आए कार्तिक कुमार सिंह?
कार्तिक कुमार उर्फ कार्तिकेय सिंह नीतीश कैबिनेट में आरजेडी कोटे से मंत्री बनाए गए। वे बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह के करीबी हैं। इन्हें कार्तिक मास्टर के नाम से भी जाना जाता है। कार्तिकेय सिंह के खिलाफ पटना के बिहटा में 2014 में अपहरण का मामला दर्ज हुआ था, जिसमें अनंत सिंह भी सह आरोपी हैं। पिछले दिनों उनपर आरोप लगे कि जिस दिन वे राजभवन में मंत्री पद की शपथ ले रहे थे, उसी दिन किडनैपिंग केस में उन्हें कोर्ट में सरेंडर करना था। इसके बाद विपक्षी दल बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाया और कार्तिकेय सिंह देशभर में चर्चित हो गए।
क्या बोले सुशील मोदी?
भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि कार्तिक कुमार को कल देर रात इस्तीफा देना पड़ा। ये वही कार्तिक हैं जिन पर हत्या की नीयत से अपहरण के मामले में गिरफ़्तारी का वारंट था आत्मसमर्पण करने के बजाय उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली। यह तो पहला विकेट था ऐसे कई विकेट गिरेंगे।
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