कानपुर: रेप पीड़िता के परिजनों ने पुलिस पर लगाया आरोप, बोले- थानेदार कह रहा नहीं हुआ गैंगरेप
कानपुर, अमृत विचार। आउटर के साढ़ थानाक्षेत्र में दलित किशोरी से गैंगरेप के मामले में पीड़िता के परिजनों ने एसपी आउटर के कार्यालय का घेराव कर न्याय मांगा। एक और आरोपी की गिरफ्तारी न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि थानेदार ने एफआईआर की कॉपी मांगने पर भगा दिया। कहा कि रेप नहीं हुआ …
कानपुर, अमृत विचार। आउटर के साढ़ थानाक्षेत्र में दलित किशोरी से गैंगरेप के मामले में पीड़िता के परिजनों ने एसपी आउटर के कार्यालय का घेराव कर न्याय मांगा। एक और आरोपी की गिरफ्तारी न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि थानेदार ने एफआईआर की कॉपी मांगने पर भगा दिया। कहा कि रेप नहीं हुआ है। थाने से जाओ। एसपी आउटर तेज स्वरूप ने तत्काल एसओ से स्पस्टीकरण मांगा। इस बीच दूसरे आरोपी की गिरफ्तार होने की सूचना परिजनों को देकर उन्हें शांत कराया।
चार दिन पूर्व साढ़ थानाक्षेत्र में 15 साल की दलित किशोरी के साथ गांव के ही गोरेलाल व उसके साथी प्रांशु ने गैंगरेप किया था। एसपी आउटर के यहां पहुंचे किशोरी के भाई ने एसपी को बताया कि तीन दिन बीतने के बाद भी थानेदार ने एफआईआर की कॉपी नहीं दी। उल्टा कहा कि रेप ही नहीं हुआ है। वहीं दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी पुलिस नहीं कर रही है। एसपी आउटर ने परिजनों को बताया कि कुछ ही देर पूर्व दूसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
अपने कार्यालय से ही एफआईआर की कॉपी परिजनों को मुहैया करायी। दरअसल इस पूरे मामले में थाना पुलिस की कार्यशैली पहले दिन से ही सवालों के घेरे में है। इतने संगीन मामले में भी परिजनों के अनुसार पुलिस समझौते का दबाव बनाती रही। मेडिकल रिपोर्ट में भी खेल करने का आरोप लगाया। जबकि एसपी के यहां किशोरी को लेकर पहुंचे परिजनों ने उसकी हालत एसपी आउटर को दिखायी तो उन्होंने तुरंत अपनी गाड़ी से इलाज के लिये अस्पताल भेजा। मामले की जांच के आदेश एएसपी आउटर को दी है।
यह भी पढ़ें –उन्नाव: एकमुश्त शास्ति समाधान योजना की बढ़ी तारीख, 26 सितंबर तक उठा सकेंगे लाभ
