हाथरस के डॉक्टर ने कराया था मथुरा स्टेशन से बच्चा चोरी, जीआरपी ने गिरोह का पर्दाफाश कर आठ लोगों को किया गिरफ्तार

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

मथुरा, अमृत विचार। मथुरा जंक्शन स्टेशन से एक सप्ताह पूर्व आठ माह के अबोध बालक की चोरी का खुलासा जीआरपी पुलिस ने सोमवार को कर दिया। जीआरपी पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। पुलिस के अनुसार बच्चे को एक लाख 80 हजार रुपये में फिरोजाबाद के पार्षद दंपत्ति …

मथुरा, अमृत विचार। मथुरा जंक्शन स्टेशन से एक सप्ताह पूर्व आठ माह के अबोध बालक की चोरी का खुलासा जीआरपी पुलिस ने सोमवार को कर दिया। जीआरपी पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। पुलिस के अनुसार बच्चे को एक लाख 80 हजार रुपये में फिरोजाबाद के पार्षद दंपत्ति को बेचा गया था। छानबीन में पुलिस ने मानव तस्करी करने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस अभी इस मामले में अन्य लोगों की गिरफ्तारी का भी प्रयास कर रही है। मानव तस्करी के कार्य में पड़ोसी जिले हाथरस के एक निजी हॉस्पिटल के संचालक डॉक्टर और उसकी पत्नी भी शामिल बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार गिरोह के सदस्य अब तक छह बच्चों को चोरी कर विभिन्न स्थानों पर बेच चुके हैं।

सोमवार को जीआरपी एसपी मुस्ताक खान ने बताया कि 23 अगस्त को मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म से परखम निवासी राधा पत्नी करन का सोते समय आठ माह का बच्चा चोरी हो गया था। इस मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो एक व्यक्ति बच्चे को ले जाता हुआ दिखाई दिया। पुलिस ने सीसीटीवी और सर्विलांस का सहारा लेकर रविवार रात फिरोजाबाद के भाजपा पार्षद के कटरा पठानान स्थित घर से चोरी किया गया बच्चा बरामद कर लिया। पुलिस ने उनके पति कृष्ण मुरारी अग्रवाल और पत्नी पार्षद विनीता अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में पता चला कि ये बच्चा हाथरस के नवल नगर निवासी दीप कुमार शर्मा ने चुराया था। दीप मानव तस्करी के गिरोह में काम करता है। पुलिस के अनुसार इस गैंग का सरगना हाथरस के बांकेबिहारी चिकित्सालय के संचालक डा. प्रेम बिहारी और डा. दयावती है। उनके साथ ही पुलिस ने इस अस्पताल में कार्यरत एएनएम पूनम निवासी बंका और विमलेश निवासी नगला अलगर्जी हाथरस को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने पूनम के पति मंजीत को भी इस गिरोह में शामिल पाया है। पुलिस ने इनके कब्जे से बच्चे के साथ 85 हजार रुपए बरामद किए है।

पुलिस के अनुसार पूछताछ में हाथरस निवासी बांके बिहारी हॉस्पिटल संचालक दंपति ने बताया कि आर्थिक लाभ के लिए गिरोह के जरिए बच्चा चोरी करके निसंत्तान दंपत्ति को बेच देते हैं। जब कोई लावारिस बच्चा नहीं मिलता तो रेलवे स्टेशन बस स्टैंड आदि स्थानों पर छोटे बच्चों से लेकर चोरी कराकर जरूरतमंद दम्पति को बेच देते हैं। एसपी जीआरपी मुश्ताक खान ने बताया कि भाजपा पार्षद दंपत्ति सहित सभी गिरफ्तार आठ लोगों के खिलाफ मानव तस्करी की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेजा गया है। मामले के खुलासे में थाना प्रभारी सुशील कुमार, जितेन्द्र कुमार, विकास सक्सैना प्रभारी निरीक्षक सर्विलान्स एसआई कुलवीर सिंह, एसआई सर्वेश कुमार, विनीत उपाध्याय चौकी प्रभारी मथुरा छावनी की अहम भूमिका रही।

ये भी पढ़ें- मथुरा: पांच-पांच माह से नहीं मिला वेतन, कोविड काल के दौरान स्वास्थ्य विभाग ने 10 लोगों को किया था भर्ती

 

संबंधित समाचार