एनसीआर की तर्ज पर विकसित होगा कानपुर-लखनऊ! जानें क्या है पूरा प्लान
कानपुर। नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद की तरह ही अब कानपुर, उन्नाव, लखनऊ और बाराबंकी को विकसित किया जाएगा। इन जिलों को राज्य राजधानी क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इसकी तैयारी तेज हो गई है। इसी को ध्यान में रखकर ही ट्रांसगंगा सिटी में भी सुविधाओं का विकास भविष्य में किया जाएगा। कानपुर में …
कानपुर। नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद की तरह ही अब कानपुर, उन्नाव, लखनऊ और बाराबंकी को विकसित किया जाएगा। इन जिलों को राज्य राजधानी क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इसकी तैयारी तेज हो गई है। इसी को ध्यान में रखकर ही ट्रांसगंगा सिटी में भी सुविधाओं का विकास भविष्य में किया जाएगा। कानपुर में फिलहाल चकेरी एयरपोर्ट है और उसका विस्तार हो रहा है पर इसे अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा प्राप्त नहीं है। ऐसे में यहां के अंतर्राष्ट्रीय सुविधाओं वाला एयरपोर्ट बनेगा।
वहीं से विदेशों के लिए उड़ान की सुविधा होगी। इसी को ध्यान में रखकर ही चकेरी के पास बिजनेस सिटी विकसित करने की तैयारी चल रही है। इसका खाका भी तैयार कर लिया गया है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा के बाद टैक्स के रूप में सर्वाधिक राजस्व देने वाला जिला कानपुर है पूरे यूपी में, लेकिन नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद की तरह ही इस शहर का विकास नहीं हो पाया है। कानपुर- उन्नाव और लखनऊ को ट्विन सिटी के रूप में विकसित करने की योजना तो बनी पर यह परवान नहीं चढ़ी।
हालांकि अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गंभीर हैं। उन्होंने बकायदा कानपुर, उन्नाव, लखनऊ और बाराबंकी को मिलाकर राज्य राजधानी क्षेत्र विकसित करने के आदेश दिए हैं। ऐसे में केडीए ने इसका खाका तैयार किया और प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन के समक्ष इसका प्रस्तुतिकरण भी कर दिया गया। इसी को ध्यान में रखकर केडीए ने अपना मास्टर प्लान भी बनाया है। इसी लिए कानपुर के गंगा बैराज से अमौसी एयरपोर्ट तक रैपिड रेल चलाने की योजना बनी है। जल्द ही इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट भी तैयार कर ली जाएगी।
1253 एकड़ में प्रस्तावित न्यू बिजनेस सिटी की फिजिबिलिटी रिपोर्ट और डीपीआर के लिए केडीए कंसलटेंट के चयन की प्रक्रिया को पूरी करने में लगा। प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन ने राज्य राजधानी क्षेत्र में विकास के लिए कामकाज करने के लिए एक प्लेटफॉर्म बनाया है। इसका नाम दिया गया है- ‘प्रीपरेशन ऑफ द रिक्वीजिट प्लान ऑफ द एक्शन ऑफ द डेवलपमेंट ऑफ काउंटर मैग्नेट एरिया ऑफ द एनसीआर’। इसी के तहत लखनऊ से लेकर कानपुर तक योजना बनेगी।
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