मुरादाबाद: चार माह में ही धोखा दे गईं मोटराइज्ड ट्राईसाइकिलें
मुरादाबाद, अमृत विचार। दिव्यांगों की सहूलियत की लिए मुहैया कराई गई मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल चार महीने में ही धोखा देने लगी हैं। किसी की बैट्री खराब हो गई है तो किसी की लाइट जलना बंद हो गई। विभाग में अब तक ऐसी पांच शिकायतें पहुंची हैं। विभाग की ओर से जल्द कंपनी से सामंजस्य कर सर्विस …
मुरादाबाद, अमृत विचार। दिव्यांगों की सहूलियत की लिए मुहैया कराई गई मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल चार महीने में ही धोखा देने लगी हैं। किसी की बैट्री खराब हो गई है तो किसी की लाइट जलना बंद हो गई। विभाग में अब तक ऐसी पांच शिकायतें पहुंची हैं। विभाग की ओर से जल्द कंपनी से सामंजस्य कर सर्विस कराने का आश्वासन दिया जा रहा है।
दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा इंदौर की डब्लूएचएस केयर कंपनी से 22. 44 लाख की 51 मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल खरीद गई थीं। अप्रैल में पंचायतीराज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में दिव्यांगजन विभाग ने 51 दिव्यांगों को इनका वितरण किया था। अधिकारी का दावा था कि यह एक बार में 25-30 किलोमीटर तक चल सकेगी। ठाकुरद्वारा के दिव्यांग सुशील ने बताया कि मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल की बैट्री चार्ज नहीं हो रही है। ऐसे में उन्हें आवाजाही में परेशानी हो गई है।
- 51 दिव्यांगजनों को अप्रैल में बांटी गई थीं, खराबी की समस्या को लेकर पहुंच रहे विभाग
- 22.44 लाख की 51 मोटराइज्ड ट्राईसाइकिलों की थी खरीद
दिव्यांगों की शिकायत को गंभीरता से लिया गया है। कंपनी के प्रबंधन से वार्ता कर जल्द सभी लाभांवितों की मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल की सर्विस कराई जाएगी। कंपनी की ओर से एक सर्विस का कोई शुल्क नहीं लगेगा।
-मो. मुश्ताक अहमद, प्रभारी अधिकारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग
सहायक उपकरणों के लिए करें आवेदन
मुरादाबाद। जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी मो. मुश्ताक अहमद ने बताया कि शासन से दिव्यांगों को सहायक उपकरण देने के लिए बजट मिल गया है। उपकरण के इच्छुक विकास भवन में स्थित दिव्यांगजन विभाग में आवेदन कर सकते हैं। उपकरण उन्हीं दिव्यांगों को वितरित किए जाएंगे जिन्हें विभाग से लिए हुए तीन साल से अधिक हो गए हैं। उन्होंने बताया कि आवदेन की जांच में पात्र पाए जाने के बाद विभाग दिव्यांगों को उपकरण मुहैया कराएगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसी को विभाग के चक्कर नहीं लगाने होंगे। विभाग द्वारा दिव्यांगों को उनकी जरूरत के हिसाब से बैसाखी, ट्राईसाइकिल और कानों की मशीन आदी उपकरण शामिल होंगे।
