लखनऊ: भूकंप का झटका आना बड़े खतरे का हो सकता है संकेत
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार देर रात करीब 1:15 मिनट पर भूकंप का झटका महसूस किया गया। तीन सेकेण्ड तक महसूस किये गये भूकंप के झटके की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.2 बतायी जा रही है। विशेषज्ञ, लखनऊ में महसूस किये गये झटके को चिंता का विषय नहीं मानते हैं,लेकिन यह जरूर …
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार देर रात करीब 1:15 मिनट पर भूकंप का झटका महसूस किया गया। तीन सेकेण्ड तक महसूस किये गये भूकंप के झटके की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.2 बतायी जा रही है। विशेषज्ञ, लखनऊ में महसूस किये गये झटके को चिंता का विषय नहीं मानते हैं,लेकिन यह जरूर कहते हैं कि भूकंप के यह झटका आने वाले समय में बड़े भूकंप का संकेत हो सकता है। कौन से क्षेत्र के लिए यह भूकंप खतरे की घंटी है, इसके बारे में भी विशेषज्ञ ने बताया है।
लखनऊ विश्वविद्यालय स्थित भूविज्ञान विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ.अजय कुमार आर्य ने बताया कि लखनऊ मध्य गंगा के मैदान क्षेत्र में आता है। यह क्षेत्र पूरी तरह से सूक्ष्म कणों एवं कार्बानिक पदार्थों से मिलकर बना है। जिसकी वजह से यहां की मिट्टी बहुत उपजाऊ है। यही कारण है कि गंगा का मैदान भूकंपीय तरंगों के लिए कुशन का काम करता है।
यह मैदान तरंगों के शॉक को अब्जार्ब करने का काम करता है। इसिलिये लखनऊ व आसपास के क्षेत्र भूकंप जोन – 3 में आता है, यह क्षेत्र सुरक्षित माना जाता है। बीती रात 1:15 के करीब जो 3 सेकेंण्ड का भूकंप आया है। इसमें चिंता की बात इसलिये नहीं है क्योंकि यह 80 से 85 किलोमीटर जमीन के अंदर से उर्जा रिलीज हुई थी। बहराइच जिले में भूकंप का केंद्र रहा है। इस तरह के भूकंप को मीडियम फोकस भूकंप कहते हैँ।
इन इलाकों के लिए चिंता का विषय
उन्होंने बताया कि हल्के झटके आना चिंता का विषय हो सकता है। क्योंकि बहराइच के आगे नार्थ ईस्ट में जायेंगे,तो पूरी हिमालय की रेंज पड़ती है । जिसको हिमालयन फ्रटन फॉल कहते हैं। यह एक कमजोर क्षेत्र माना जाता है। उन्होंने बताया कि संभवत: हिमालयन फ्रटन फॉल के रिएक्टिवेशन की वजह से इस तरह की उर्जा रिलीज हुई होगी ।
लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि यह एक बड़े भूकंप का संकेत भी हो सकता है। जिसे फोर शॉक कहते हैं। यह बड़ा भूकंप हिमालय के क्षेत्र में आ सकता है,न कि लखनऊ और उसके आस पास के क्षेत्र में। उन्होंने बताया कि नेपाल या नैनिताल क्षेत्र में इस तरह का भूकंप, आने वाले समय में आ सकता है,क्योंकि प्रकृति उर्जा को कहीं न कहीं संतुलित करती है।
उन्होंने कहा कि पांच रिऐक्टर इसकेल पर 3 सेकेंड का भूकंप आना चिंता का विषय नहीं है। उन्होंने बताया कि साल 2015 में नेपाल में एक बड़ा भूकंप आया था,जिसके झटके लखनऊ तक महसूस किये गये थे,इस भूकंप के आने से पहले नेपाल में हल्के भूकंप के झटके आ चुके थे।
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