मुरादाबाद : बंदियों के बच्चों ने राधा-कृष्ण का वेश धारण कर मोहा सबका मन
मुरादाबाद,अमृत विचार। जिला कारागार में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। महिला बंदियों के बच्चों ने राधा-कृष्ण का मनमोहक रूप धारण कर भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाएं कीं। पुरुष कारागार में बंदियों ने भजन-कीर्तन किए। जेल के अंदर और बाहर के मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया। व्रत रखने वाले …
मुरादाबाद,अमृत विचार। जिला कारागार में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। महिला बंदियों के बच्चों ने राधा-कृष्ण का मनमोहक रूप धारण कर भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाएं कीं। पुरुष कारागार में बंदियों ने भजन-कीर्तन किए। जेल के अंदर और बाहर के मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया। व्रत रखने वाले बंदियों के लिए दूध व फलाहार की व्यवस्था की गई थी।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक डाॅ. वीरेश राज शर्मा और जेलर मृत्युंजय पांडेय ने बताया कि इस बार जेल में भी जन्माष्टमी का पर्व दो दिन मनाया गया। मुख्य पर्व 19 अगस्त को मनाया। इस अवसर पर महिला बंदियों के बच्चों ने राधा-कृष्ण का वेश धारण कर सभी का मन मोह लिया। महिला व पुरुष जेल के मंदिरों को विशेष रूप से सजाया गया।
महिला बंदियों ने दिन भर मंदिर में बधाई गाईं। इसी प्रकार पुरुष जेल में भी बंदियों ने पूरे दिन भजन-कीर्तन किया। इससे जेल परिसर का वातावरण भक्तिमय हो गया। जेल प्रशासन ने बाहर वाले मंदिर को भी भव्य रूप से सजाया और झांकियों का भी आयोजन किया गया। बाहर से आए कलाकारों ने राधा-कृष्ण की रासलीला को प्रदर्शित करते नृत्य से दर्शकों का मन मोह लिया। जेल कर्मियों के परिवार के सदस्यों ने कार्यक्रम का भरपूर आनंद लिया। देर रात तक जेल के अंदर और बाहर राधा-कृष्ण के भजन गूंजते रहे। आधी रात के बाद भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। आरती के बाद प्रसाद का वितरण किया गया।
कारागार में 973 बंदियों ने रखा उपवास
जेलर मृत्युंजय पांडेय ने बताया कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर व्रत रखने वाले बंदियों के लिए फलाहार की व्यवस्था की गई। जेल में बंद 973 बंदियों ने जन्माष्टमी का व्रत रखा। इनमें 50 महिलाएं भी शामिल रहीं। प्रत्येक बंदी के लिए 250 ग्राम दूध, 250 ग्राम केला और 100 ग्राम चीनी की व्यवस्था की गई थी। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के बाद व्रती बंदियों ने फलाहार करके व्रत का परायण किया।
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